नई दिल्ली. शिक्षा राज्य मंत्री (भारत सरकार) अन्नपूर्णा जी ने कहा कि मातृशक्ति ने देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है, हमारी बेटियाँ सभी क्षेत्रों में उच्च पदों पर आसीन है. ऐसे आयोजन हमें भारतीय संस्कृति के गौरवमयी मूल्यों के संरक्षण व संवर्धन की सतत् प्रेरणा देते हैं. यह हमें यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः के मंत्र का स्मरण करवाते हैं.
दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज में शिक्षा स्वास्थ्य न्यास एवं भाभी माँ ट्रस्ट द्वारा आयोजित स्वस्थ महिला – सशक्त राष्ट्र कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए भारत सरकार की स्कूल शिक्षा सचिव अनिता करवाल जी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस को मनाने के बहुत कारण हैं. स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में मेरा यह मानना है कि हमें इस दिवस के माध्यम से हमारा ध्यान छात्राओं की शिक्षा के साथ-साथ उनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर भी देने की आवश्यकता है, ऐसे आयोजन निश्चित ही समाज में इन विषयों को लेकर जागरूकता फैलाएंगे.
कार्यक्रम में शिक्षा स्वास्थ्य न्यास एवं भाभी माँ ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. अतुल कोठारी ने कहा कि ट्रस्ट प्रारम्भ करते हुए क्या काम करना है, यह तय नहीं हुआ था. परंतु महिलाओं पर करना है, यह तय था. कोरोना काल में आत्मचिंतन करने पर ध्यान में आया कि पूर्ण रूप से स्वस्थ व्यक्ति अपवाद ही होते हैं. तो जिस देश के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता, वह देश कैसे आगे बढ़ेगा और स्वास्थ्य को जिसे अच्छा करना हो तो इसमें महिलाओं की बड़ी भूमिका रहती है, क्योंकि हमारे परिवार की धुरी हमेशा महिला होती है. इस दृष्टि से महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना ज़्यादा आवश्यक है. महिलाएं सभी की चिंता करते-करते स्वयं की चिंता करना भूल जाती हैं. इसके लिए महिलाओं के स्वास्थ्य की चिंता करना और इसके प्रति जागरूकता लाना ही इस अभियान का उद्देश्य है. यह अभियान का प्रथम कार्यक्रम है. इस प्रकार से देशभर में कार्यक्रम आयोजित होने हैं.
कार्यक्रम में साध्वी ऋतंभरा जी ने कहा भारत कि बेटियाँ-स्त्रियाँ अपनों के कर्तव्य में इतनी लग्न होती हैं कि वो अपने स्वास्थ्य की परवाह नहीं करतीं. ये जो समर्पण की भावना है, ये भारत की नारी में अद्भुत है, अतुलनीय है. यही उसके जीवन की धुरी है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही पंजाब केसरी की निदेशक किरण चोपड़ा जी ने कहा कि देश में आज भी महिलाओं के स्वास्थ्य को तुलनात्मक रूप से कम प्राथमिकता दी जाती है. हमें महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए मिलकर कार्य करना होगा.
कार्यक्रम में राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का जी व पूर्व महिला समन्वयक गीता ताई ने वर्चुअल माध्यम से जुड़ कर सभी का मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम में पंचगव्य विशेषज्ञ डॉ. सुनील आर्या जी ने स्वस्थ दिनचर्या के उपाय सभी से साझा किए. स्वागत भाषण लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्राचार्या प्रत्युष वत्सला जी ने दिया. कार्यक्रम का संचालन न्यास की ममता नागपाल जी ने किया.