फिरोजपुर. सामाजिक समरसता मंच फिरोजपुर द्वारा भारत रत्न बाबा साहेब आंबेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय शीतला माता मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें सन्त बाबा कर्मनाथ जी मटीली वाले कार्यक्रम अध्यक्ष, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला जी मुख्य अतिथि और हरियावल पंजाब संगठन के अध्यक्ष रामगोपाल जी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में विजय सांपला ने कहा कि डॉ. बी.आर. आंबेडकर वास्तव में केवल अनुसूचित जाति के नेता के बजाय राष्ट्र निर्माता और वैश्विक नेता थे. उन्होंने सामाजिक न्याय के सिद्धांत दिए थे. डॉ. आंबेडकर जी अपने समय के सर्वाधिक पढ़े और सुलझे हुए व्यक्ति थे. जिन्होंने उस समय की देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं पर न केवल अपने विचार प्रकट किये, बल्कि उनका निराकरण भी प्रस्तुत किया. वह किसी एक जाति के नहीं, बल्कि समस्त भारत के नेता थे.
मुख्य वक्ता रामगोपाल ने कहा कि डॉ. आंबेडकर का जीवन बड़ा व्यापक, विस्तृत और बहुआयामी था. लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि उनका समग्रता में अध्ययन और विश्लेषण बहुत दुर्लभ दिखता है. सभी लोगों ने उनका कोई न कोई एक ही पक्ष देखा और उसी को लेकर अपना मन बनाना प्रारंभ किया. भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार बाबा साहेब आंबेडकर जी को सिर्फ संविधान निर्माता तक समेटना उनके साथ अन्याय करने जैसा होगा. वे ऐसे इंसान थे, जिन्होंने सदियों से जाति और वर्ण व्यवस्था में फंसे भारत को इनसे परे सोचने को मजबूर किया. और इसी सोच की बदौलत आंबेडकर जी के जीवन में ऐसे कई पड़ाव आए जो उन्हें भारत रत्न तक ले गए.
इस अवसर पर अपना आशीर्वचन देते हुए सन्त बाबा करमनाथ जी (मटीली वाले) ने संगत को बाबा साहेब के पद चिन्हों पर चलने का आग्रह किया.
नगर की समस्त समाजिक व धार्मिक संस्थाओं के गणमान्य लोगों ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धाजलि अर्पित की.