गुजरात (विसंकें). एक ही परिवार के चार सदस्यों ने प्लाज्मा डोनेट कर समाज के सामने अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है. कोरोना महामारी की लड़ाई में सामाजिक समरसता मंच, गुजरात प्रांत के ट्रस्टी नटुभाई वाघेला के परिवार के तीनों पुत्र अनल, संदीप, दर्शन और एक पौत्र निनाद (सभी संघ के स्वयंसेवक) ने प्लाज्मा दान कर एक अनुकरणीय उदाहरण समाज के सामने रखा है. उनके परिवार के 12 सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए थे. उपचार के पश्चात सभी सदस्य स्वस्थ हैं. चर्चा हुई तो अन्य लोगों को प्रेरित करने के लिए परिवार के सदस्यों ने प्लाज्मा डोनेट करने का निर्णय लिया. डॉक्टर ने परिवार के 12 में से 4 सदस्यों को ही प्लाज्मा दान करने के लिए राय दी थी, जिसके पश्चात चारों सदस्यों ने प्लाज्मा दान किया.
नटुभाई ने बताया कि प्लाज्मा दान से कोई भी साईड इफेक्ट नहीं होता है, ऐसा उनका अनुभव रहा. शरीर में से 500ml प्लाज्मा ब्लड से निकालकर वापिस ब्लड शरीर में भेज दिया जाता है. डॉक्टर का कहना है कि कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ने वाले एंटीबॉडी प्लाज्मा में रहते हैं, इसलिये ऐसा प्लाज्मा संक्रमित व्यक्ति के लिए उपयोगी हो सकता है. 500ml प्लाज्मा, दो कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के उपचार में उपयोग हो सकता है. तथा कोरोना के खिलाफ बनने वाली vaccine के रिसर्च में भी उपयोगी बनता है. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा दान करना हमारा कर्तव्य है, प्लाज्मा दान के लिए लोगों में जागृति और प्रेरणा मिलनी चाहिए.