जलपाईगुड़ी (प. बंगाल) जिला के धूपगुडी में अराजक तत्वों ने एक ही रात (17 मार्च) में चार मंदिरों में तोड़फोड़ की. मंदिरों में देव प्रतिमाओं को खंडित कर दिया. घटना से स्पष्ट होती है कि योजना के साथ मंदिरों पर यह हमला किया गया था. मंदिर समितियों द्वारा लिखित शिकायत के बावजूद प्रशासन की ओर से सक्रियता न दिखाने पर समाज में आक्रोश फैल गया और संपूर्ण हिन्दू समाज ने घटना के विरोध में सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धूपगुडी में जिन मंदिरों को नुकसान पहुँचाया गया है, उनमें चौपथी काली माता मंदिर, सत्वेंदि शिव मंदिर, जंगलीबाड़ी काली मंदिर और गोरेरारी शनि मंदिर शामिल हैं. इन मंदिरों को नुकसान पहुँचाने की जानकारी शनिवार की सुबह मिली, जिसके बाद संपूर्ण क्षेत्र में समाज का गुस्सा भड़क उठा. शनिवार (18 मई 2024) को हिन्दू समाज ने मंदिरों पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. घटना में शामिल आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे सहित अन्य सड़कों पर जाम लगा दिया. शालबारी और पलकटा के साथ ही कई स्थानों पर ट्रेन की पटरियों को भी जाम कर दिया गया.
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विरोध प्रदर्शन के कारण कई स्थानों पर भयंकर जाम की समस्या भी खड़ी हो गई. सूचना पर खंडबहले के डीएसपी उमेश गनपत ने भारी पुलिस फोर्स के साथ मोर्चा संभाला और स्थिति को नियंत्रित किया.
घटनाक्रम के बाद स्थानीय हिन्दू समाज ने पंचायत का आयोजन किया, जिसमें स्थानीय संत भी सम्मिलित हुए. हजारों लोगों की उपस्थिति में पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई.
सत्वेंदि शिव मंदिर के सेक्रेटरी ने अपनी शिकायत में कहा कि ये घटनाक्रम 17 और 18 मई की रात का है, जब खलईग्राम में काली माता की मूर्ति को नुकसान पहुँचाया गया. इस घटना से हिन्दुओं की धार्मिक आस्थाओं को चोट पहुँचाया गया. खलईग्राम काली मंदिर के सचिव ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. स्थानीय लोगों ने 19 मई 2024 को धूपगुड़ी सब डिवीजन में बंद का आह्वान किया है.
पुलिस की ओर से कहा गया है कि ये घटना अस्वीकार्य है. पुलिस मामले की जाँच कर रही है और अपराधियों के खिलाफ कड़े उदम उठाएँगे. लोगों से कानून को अपने हाथों में न लेने की अपील की.