दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा “वन नेशन वन इलेक्शन” पर व्याख्यान का आयोजन
महाकुम्भ नगर, 19 जनवरी। दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार द्वारा कुम्भ नगरी में “वन नेशन वन इलेक्शन – आर्थिक, राजनीतिक, चुनाव सुधार एवं विकसित भारत के संदर्भ में” विषय पर विचारशील व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारतीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, और सामाजिक चेतना को जागृत करने की दिशा में एक सार्थक पहल रही।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने “वन नेशन वन इलेक्शन” के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से न केवल विकास कार्य प्रभावित होते हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी भारी बोझ पड़ता है। उन्होंने चुनावों में होने वाले खर्च और शिक्षकों की भागीदारी के कारण शिक्षा क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि एक साथ चुनाव कराने से इन समस्याओं का समाधान हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने कहा कि “वन नेशन वन इलेक्शन” के माध्यम से देश की आर्थिक और राजनीतिक मजबूती सुनिश्चित होगी। बार-बार आचार संहिता लागू होने से विकास कार्यों में देरी होती है, और इस पहल से इन चुनौतियों का समाधान संभव है।
कार्यक्रम में उपस्थित उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति विनीत सरन जी ने कहा कि यह पहल न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से लाभदायक है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को भी सुगम बनाएगी।
इस अवसर पर दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम जी, संयोजक संजय चतुर्वेदी जी, अपर महाधिवक्ता महेश चतुर्वेदी जी, और मिशन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में श्रद्धालु, गणमान्य अतिथि, और वरिष्ठ नागरिकों की कार्यक्रम में सहभागिता रही।
कार्यक्रम का समापन दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संयोजक संजय चतुर्वेदी जी के सारगर्भित उद्बोधन और सामूहिक राष्ट्रगान के साथ हुआ।
दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम “वन नेशन वन इलेक्शन” के प्रभाव और महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का सफल प्रयास रहा। यह राष्ट्र निर्माण और समाज में सकारात्मक परिवर्तन के प्रति समर्पित पहल के रूप में स्वागत योग्य है।