कर्णावती. आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने पोरबंदर में बड़ी कार्रवाई करते हुए ISKP के एक सीक्रेट मॉड्यूल का खुलासा किया है. एटीएस ने संगठन से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अभी भी फरार चल रहा है. पकड़े गए सभी आरोपी भारत के निवासी हैं. इसमें चार कश्मीरी युवक उबैद नासिर मीर, हनान हयात शाल, मोहम्मद हाजिम शाह और जुबैर अहमद मुंशी और सूरत की महिला सुमेरा बानू शामिल हैं. हालांकि, अभी पांचवें आरोपी जुबैर अहमद मुंशी की तलाश जारी है.
कश्मीर के तीनों निवासी अपने हैंडलर अबू हमजा की मदद से इस्लामिक स्टेट ऑफ खोरसान प्रांत (ISKP) में शामिल होने के लिए समुद्र के रास्ते फरार होने की फिराक में थे. इनके पास से आईएसकेपी की सामग्री और धारदार हथियार बरामद हुए हैं. एटीएस की टीम लगातार आतंकी संगठन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है.
एटीएस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है. पकड़े गए सभी आरोपी अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन आईएसकेपी के सदस्य हैं और यह पिछले एक साल से एक-दूसरे के संपर्क में थे.
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सभी आरोपी पोरबंदर से अफगानिस्तान भागने की फिराक में थे. एटीएस की टीम स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ पोरबंदर में डेरा डाले हुए थी, जिसके पश्चात कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
अभियान में एटीएस की अलग-अलग टीमें लगातार छापेमारी कर रही थीं. दो टीमों को पोरबंदर दरिया में लगाया गया था, दो अन्य टीम द्वारका इलाके में और एक टीम पोरबंदर में छापेमारी कर रही थी. इसके अलावा एटीएस की टीम ने गुजरात के भरूच, सूरत और दिल्ली में भी अलग-अलग जगहों पर जांच की.
दो दिन पहले एटीएस की एक टीम ने द्वारका के समुद्र में सर्चिंग की थी. फिर एटीएस के आईजी दीपन भद्रन, एसपी सुनील जोशी, डिप्टी एसपी केके पटेल, डिप्टी एसपी शंकर चौधरी और उनके वरिष्ठ अधीनस्थों सहित पोरबंदर में डेरा डाले हुए थे.
सूरत से आतंकी संगठन आईएसकेपी से जुड़ी एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. महिला को एटीएस ने क्राइम ब्रांच पुलिस की सहायता से पकड़ा था. सुमेरा नाम की महिला को शहर के लालगेट इलाके से हिरासत में लिया गया था और पोरबंदर ले जाया गया. उसके कबूलनामे के आधार पर पोरबंदर से तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया. महिला की शादी तमिलनाडु में हुई थी. महिला के पास से चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस प्रमुख ने कहा कि पोरबंदर से हिरासत में लिये गये तीन पुरूषों से उनकी निजी पहचान से जुड़े दस्तावेज तथा डिजिटल संवाद में उपयोग आने वाले सामान जैसे मोबाइल फोन, टेबलेट तथा धारदार हथियार बरामद किये हैं. साथ ही संदिग्ध आरोपियों के क्लाउड स्टोरेज में आईएसकेपी बैनर के साथ उनकी तस्वीरें, उन्हें निष्ठा की शपथ दिला रहे नेता के वीडियो, उनके नेता के ऑडियो क्लिप तथा अन्य अभियोजन योग्य सामग्री बरामद की है. सुरक्षा एजेंसियां इनसे मिली जानकारी के बाद बड़ी साजिश को ध्यान में रखकर जांच कर रही हैं.
पोरबंदर
देश के पुराने बंदरगाहों में शामिल पोरबंदर से कराची की समुद्र रास्ते से दूरी सिर्फ 281 किलोमीटर है. समुद्री सीमा पर इंडियन कोस्ट गार्ड के अलावा इंटेलीजेंस की नजर रहती है, लेकिन इसके बाद भी इन संदिग्धों के पोरबंदर पहुंचने के तमाम कारण खंगाले जा रहे हैं, सर्विलांस को बढ़ाया गया है. पिछले साल अक्तूबर में पोरबंदर में एक हजार करोड़ की ड्रग्स जब्त हुई थी. तब चार ईरानी और दो पाकिस्तानियों को पकड़ा गया था. इसके अलावा हरामी नाला में पाकिस्तानी नौकाएं मिलती रहती हैं. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां पकड़ में आए युवकों से गहन पूछताछ कर रही हैं.