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गुजरात – चंदोला झील क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान

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कर्णावती (गुजरात)। चंदोला झील क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने को लेकर अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ प्रशासन का अभियान जारी है। 20 मई को भी पूरे दिन ध्वस्तिकरण का अभियान चला था। सुबह 6.30 से लेकर शाम 5 बजे तक मशीनरी की मदद से कार्रवाई की गई थी। 20 मई को 35 हिताची मशीनों और 15 जेसीबी मशीनों की मदद से चंदोला झील क्षेत्र में लगभग 8 हजार 500 छोटे और बड़े मिट्टी और कंक्रीट के अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई चल रही है। चंदोला झील के 2.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र से अधिकांश दबाव हटा दिया गया है।

सभी अवैध निर्माणों को तोड़ने में करीब 100 घंटे का समय लगने की उम्मीद की जा रही है। कार्रवाई के दौरान 50 जेसीबी और हिताची मशीनों का इस्तेमाल किया गया था। ध्वस्तिकरण की कार्रवाई के दौरान लगभग 3 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

इससे पहले 20 और 30 अप्रैल को ध्वस्तिकरण की कार्रवाई का पहला चरण चलाया गया था और इस दौरान लगभग 3 हजार अवैध मकानों को ध्वस्त किया गया था। इनमें ज्यादातर मकान अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के थे। चंदोला झील पर पहले चरण में अहमदाबाद नगर निगम ने शहर पुलिस की मौजूदगी में 2000 से अधिक झोपड़े और बांग्लादेशियों के मददगार महमूद पठान उर्फ लल्ला बिहारी के रिसॉर्ट को धवस्त किया था। चंदोला झील क्षेत्र में चल रही कार्रवाई का मकसद अवैध कब्जों को हटाना और घुसपैठियों पर नकेल कसना है।

अहमदाबाद पुलिस आयुक्त जीएस मलिक मौके पर ही कैंप कर रहे हैं। बुलडोजर एक्शन के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटे। इसके लिए 3000 हजार पुलिसकर्मियों के साथ 25 कंपनियों को तैनात किया गया है। अवैध बांग्लादेशियों के बसने यह इलाका मिनी बांग्लादेश के तौर पर जाना जाता था।

उन्होंने बताया कि नगर निगम ने चंदोला झील के आसपास 2.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र से अवैध निर्माणों को हटाने का फैसला किया है। पिछले महीने 1.25 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के घरों सहित अतिक्रमण को हटाया था।

संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शरद सिंघल ने बताया कि दूसरे और अंतिम चरण में एएमसी पुलिस की मदद से शेष भूमि को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराएगी। पहले चरण में हमारा मुख्य लक्ष्य असामाजिक तत्व और अवैध बांग्लादेशी निवासी थे, जो यहां रह रहे हैं। हमने अतिक्रमण विरोधी अभियान के पहले चरण से पूर्व यहां अवैध रूप से रह रहे 202 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। दूसरे चरण में हम शेष अवैध अतिक्रमण को हटा देंगे। जब तक सभी अवैध ढांचे हटा नहीं दिए जाते, तब तक अतिक्रमण विरोधी अभियान जारी रहेगा।

अहमदाबाद नगर निगम ने एक सर्वेक्षण किया और पाया कि झील के आसपास का लगभग 2.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र पर अब भी अवैध कब्जा है। ड्रोन सर्वेक्षण से पुष्टि हुई है कि विशाल भूमि पर लगभग 8,000 मकान अवैध रूप से बनाए गए हैं। एएमसी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि 2010 या उससे पहले से यहां रहने वाले लोग वैकल्पिक आवास के लिए पात्र होंगे और कई लोग पहले ही अपना घरेलू सामान वहां ले जा चुके हैं। क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखने के लिए 50 ड्रोन तैनात किए हैं।