नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर माता सीता को लेकर अभद्र टिप्पणियां करने वाली हीर खान को लेकर पुलिस जांच में नए खुलासे हुए हैं. हीर खान पाकिस्तान, सऊदी अरब के कुछ लोगों से व्हाट्सएप पर संपर्क में थी. फोन से कुछ चैट्स की जानकारी मिली है. जिसके पश्चात पुलिस आगे की कड़ियां जोड़ने में जुटी है. हीर खान का एक वीडियो सोशळ मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह माता सीता को गालियां दे रही थी, और अभद्र टिप्पणियां कर रही थी. जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने हीर खान के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था.
मजहबी कट्टरपंथी सोच के पीछे कौन है, हीर खान स्वयं या किसी के उकसाने पर देश में नफरत फैला रही है. समाज में विष घोल रही है, इन प्रश्नों के उत्तर अभी नहीं ले हैं. इतना अवश्य है कि योजना के साथ देवी-देवताओं के खिलाफ जहर उगल रही थी. उसका यू ट्यूब पर एक चैनल भी है. पुलिस ने धारा 153A / 505 IPC और 66 IT कानून के तहत केस दर्ज किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हीर खान की गिरफ्तारी के बाद, प्रयागराज पुलिस ने उसके घर से भारत विरोधी और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री बरामद की है. हीर खान के इस्लामिक संगठनों और विदेशी कट्टरपंथी गिरोहों से लिंक जुड़ रहे हैं. जिनका मकसद केवल भारत और खासतौर पर हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने का है. कहा जा रहा है कि हीर खान को यू-ट्यूब चैनल चलाने के लिए इस्लामिक देशों से फंडिंग की जा रही थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हीर खान के चाचा जमात-ए-इस्लामी-हिंद से जुड़ा है. उसने सीएए और एनआरसी के विरोध में हिस्सा लेने के लिए उसे प्रोत्साहित किया था. सऊदी अरब में रहने वाला हीर खान के एक अन्य सहयोगी फंड की व्यवस्था करता था. विदेशों के अलावा देश के अन्य राज्यों हैदराबाद, कानपुर, दिल्ली के कुछ मुस्लिम युवाओं व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्रा और मौलाना के साथ भी नियमित रूप से संपर्क में थी. पुलिस हीर खान के रिश्तेदार व अन्य सहयोगियों की भी तलाश कर रही है.