बिलासपुर, (हिमाचल प्रदेश). कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों की सहायता के लिए हर व्यक्ति अपनी भूमिका निभा रहा है. इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने नई पहल की है. हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में स्वयंसेवकों ने अपनी निजी कारों को एंबुलेंस के रूप में बदलकर प्रशासन को सौंप दिया है. जिससे बिलासपुर जिला में संक्रमित परिवारों को किसी भी समय जरूरत पड़ने पर कार एंबुलेंस उपलब्ध होगी. इनका संचालन स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए किया जाएगा. गुरूवार को स्वयंसेवकों की इन कार एंबुलेंस को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दड़ोच को सौंपा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सदर, झंडूता व स्वारघाट स्वास्थ्य खंडों के लिए हरी झंडी दिखाकर कार एंबुलेंस को रवाना किया. तीनों कारों में कोरोना वायरस से बचाव संबंधी समस्त प्रबंध किए गए हैं. ये तीनों निजी कार एंबुलेंस 24 घंटे जिला स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार कोरोना मरीजों को आपात स्थिति में घर से कोविड केयर सेंटर ले जाने के लिए उपलब्ध होंगी.
एंबुलेंस में चालक के रूप में इन कारों के मालिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक ही चौबीस घंटे ही अपनी सेवाएं देंगे. कारों को स्वैच्छिक रूप से एंबुलेंस के रूप में बदलने व इनमें चालक के रूप में सेवाएं देने वाले स्वयंसेवकों में झंडूता खंड के शिव कुमार नड्डा, सदर मितिल व स्वारघाट के पुनीत शामिल हैं.
प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार ने कहा कि शीघ्र ही घुमारवीं खंड में भी एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी. कोरोना से किसी भी व्यक्ति या संगठन के लिए अकेले लड़ना मुश्किल है. हम सभी को एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी. स्वस्थ हो चुके कोरोना पीड़ित व्यक्तियों को कोरोना देखभाल केंद्रों से उनके घरों तक पहुंचाने के लिए भी स्वयंसेवकों ने जिला में अपनी 10 निजी कारों की व्यवस्था की है. प्रदेश में हर जिला में ऐसी व्यवस्था करने के प्रयास चल रहे हैं.