पाकिस्तान में सिंध प्रांत में रहने वाले हिन्दू समुदाय के साथ स्थानीय प्रशासन की क्रूरता का एक ताजा उदाहरण सामने आया है. जहां सिंध प्रांत में आई बाढ़ में फंसे हिन्दुओं को स्थानीय प्रशासन ने रिलीफ कैंप से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया. कहा कि वो लोग बाढ़ पीड़ित नहीं है. उन्हें भोजन और पानी से भी पूरी तरह से वंचित कर दिया. भयावह है कि उनके पास सिर छिपाने की भी जगह नहीं है. और तो और बाढ़ में फंसे पाकिस्तानी हिन्दुओं की समस्या को कवर करने गए पत्रकार नसरूल्लाह गद्दानी को भी बुधवार को घोटकी में पाकिस्तानी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पत्रकार को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. नसरूल्लाह गद्दानी पर आरोप है कि उन्होंने बाढ़ में फंसे हिन्दुओं की दुर्दशा को सामने लाने का प्रयास किया था.
पत्रकार नसरूल्लाह गद्दानी ने सिंध प्रांत के मीरपुर मथेलो में भागरी समुदाय से जुड़े पाकिस्तानी हिन्दुओं की दिल दहला देने वाली कहानी को कवर किया था. वीडियो में लोग यह बताते हुए नजर आ रहे हैं कि स्थानीय प्रशासन ने भागरी समुदाय के लोगों को हिन्दू होने के कारण कैसे बाढ़ राहत शिविर से बाहर निकाल दिया था. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. वीडियो में लोगों ने इस बात की पुष्टि की कि कैसे पाकिस्तानी स्थानीय प्रशासन ने उन्हें बाढ़ राहत शिविरों से निकाल दिया था.
वायरल हो रही वीडियो में हिन्दू पीड़ितों को स्थानीय प्रशासन द्वारा भोजन, पानी और आश्रय जैसे बुनियादी संसाधनों से वंचित किए जाने के बाद रोते-बिलखते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में एक महिला को अपनी दुर्दशा बयां करते सुना जा सकता है. महिला कहती है कि “हमें हिन्दू होने के कारण निष्कासित कर दिया गया है. हमें भोजन और पानी उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया है. उन्हें लगता है कि हम बाढ़ के शिकार नहीं हैं. अब हम कहाँ जाएंगे? अपने बच्चों को कैसे जीवित रखेंगे”.
“हम गरीब हैं, बाढ़ में हमने अपना घर खो दिया है और स्थानीय प्रशासन हमें बताते हैं कि हम बाढ़ पीड़ित नहीं हैं. हमारे साथ छोटे बच्चे हैं, अब हम कहां जाएं? हम भोजन और पानी के बिना कैसे जीवित रहेंगे?
#Hindu Bhagri community in Mirpur Mathelo, #Sindh province alleged that the local administration expelled them from the flood relief camp and told them that they were not flood victims. pic.twitter.com/degzAs4iMa
— SAMRI (@SAMRIReports) September 7, 2022
बाढ़ के बीच बलात्कार की घटनाएँ भी आईं सामने
पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं को प्रतिकूलताओं और गंभीर संस्थागत भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. सिंध प्रांत में हालिया बाढ़ जैसी स्थिति ने उनकी दुर्दशा को काफी हद तक बढ़ा दी है. सिंध प्रांत में विनाशकारी बाढ़ के बीच भोजन उपलब्ध कराने के बहाने एक हिन्दू लड़की के साथ 2 इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था. पीड़ित लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जहां उसे कैमरे में रोते हुए देखा जा सकता है. पाकिस्तान के सिंध में पिछले सप्ताह के दौरान ऐसी ही एक और घटना की सूचना मिली थी, जहां विनाशकारी बाढ़ के बीच एक 8 वर्षीय हिन्दू लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. आरोपियों ने उसके पूरे चेहरे को खरोंच दिया और उसकी आंखें भी निकाल लीं.
Just In: In the promise of getting a food ration, a young #Hindu girl Bhagwati has been brutally raped for 2 days in a flood-hit area of Shahdadpur district Sanghar, Sindh.
This is such a shameful act and completely disgusting. #FloodsInPakistan #SavePakistaniMinoritiesGirls pic.twitter.com/HHztk91UOp— Voice of Pakistan Minority (@voice_minority) September 1, 2022