शिमला. हिमाचल प्रदेश ने कोविड-19 वैक्सीन की एक करोड़ डोज का आंकड़ा पार कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है. प्रदेश में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए मई 17 से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था. हिमालय की चोटियों के बीच बसा ये प्रदेश जहां अपनी कठिन भोगौलिक स्थिति और खूबसूरत पर्यटन क्षेत्रों के लिए पहचाना जाता है. वहीं अब कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में 68 विधानसभाओं और 4 लोकसभा सीटों वाले पर्वतीय राज्य ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है.
कोविड-19 महामारी के खिलाफ जंग में हिमाचल प्रदेश सरकार ने घर-घर कॉन्टेक्ट ट्रैसिंग अभियान चलाया. हजारों आशा व आंगनबाड़ी वर्कर्ज और स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर में कोरोना पीड़ित लोगों की पहचान की. जिसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावितों का इलाज सुनिश्चित किया गया. साथ ही कोरोना संक्रमण को काफी हद तक फैलने से रोका.
हिमाचल प्रदेश को अन्य राज्यों की अपेक्षा कोविड-19 की वैक्सीन के लिए कुछ इंतजार करना पड़ा. 17 मई, 2021 को यहां 18 से 44 आयु वर्ग का वैक्सीनेशन शुरू हुआ, बावजूद इसके हिमाचल प्रदेश ने बीते 28 अगस्त, 2021 को अपने राज्य की वैक्सीन के लिए पात्र 18 से अधिक आयु वर्ग की 100 प्रतिशत आबादी यानि, 5,472,527 कोरोना रोधी टीके की पहली डोज लगाने वाला देश का पहला राज्य बना. यही नहीं टीकाकरण के दौरान वैक्सीन की बर्बादी को बैकएंड व सूक्ष्म प्रबंधन के माध्यम से शून्य प्रतिशत रखने में भी हिमाचल प्रदेश ने सफलता हासिल की है और अब 30 नवम्बर, 2021 तक प्रदेश की 100 प्रतिशत व्यस्क आबादी को कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का लक्ष्य रखा है.