देशभक्ति की भावना हमारे व्यवहारिक जीवन का हिस्सा होना जरुरी – दाती महाराज जी
जयपुर (विसंकें). जयपुर में तीसरा हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला सोमवार को सम्पन्न हो गया. आंबेडकर सर्किल स्थित एस.एम.एस. इन्वेस्टमेंट ग्राउंड में समापन समारोह हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि शनिधाम के दाती महाराज जी एवं विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार दयानन्द भार्गव जी ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि HSS मेले के माध्यम से समाज में छह थीम आधारित कॉन्सेप्ट वास्तव में क्रांतिकारी परिवर्तन का माध्यम बनता जा रहा है जो कई प्रदेशों में कार्य कर रहा है, ये अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है. दयानंद जी ने कहा कि सम्पूर्ण सृष्टि में भरतीय जीवन पद्धति सर्वश्रेष्ठ है जो सम्पूर्ण दुनिया के लिए शोध का विषय है. लेकिन हमारे लिए यह जीवन शैली सामान्य व्यवहार में है.
समापन समारोह में परम्परा गत खेलों एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं, वन्देमातरम् गान और सेवा मेले की सभी व्यवस्थाओं के प्रभारियों, कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया. समापन समारोह के अवसर पर सैकड़ों विद्यालयों के हजारों बच्चों के मध्य सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ, जिसमें विभिन्न विद्यालयों एवं संस्थाओं के बच्चों ने देशभक्ति एवं मनोरंजक कार्यक्रम तथा थीम आधारित लघु नाटिकाओं का मंचन किया. ये समाज को सकारात्मक विचारों एवं जन जागरण का सन्देश देने का सार्थक प्रयास था. इस अवसर पर मोहनलाल मोरवाल, शिवलहरी, कन्हैया लाल बैरवाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.
कार्यक्रम में जब शहीदों की शहादत को नमन कर उनके परिवारों का सम्मान किया तो सारा वातावरण भारत माता एवं वन्देमातरम् के उद्घोष से गुंजायमान हो उठा, देशभक्ति की हुंकार भर, देशभक्ति से सराबोर हो गया. हिन्दू आध्यत्मिक एवं सेवा फाउंडेशन द्वारा आयोजित मेले के अंतिम दिन परमवीर वंदन एवं भारत माता वंदन कार्यक्रम हुआ. शनिधाम के दाती महाराज जी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि भारत माता के वीर सपूतों की शहादत को नमन करना हम सभी का परम दायित्व है. हमें मातृ भूमि की सेवार्थ कार्य करते रहना चाहिए.
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक गुणवंत सिंह कोठारी जी ने कहा कि वीर सपूतों की शहादत तभी सार्थक होगी, जब हम भी शहीदों के परिवारों को मान सम्मान देंगे. इस अवसर पर HSS मेले के उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह शेखावत जी ने कहा कि भारत माता के चरणों में राष्ट्रीय सेवा के लिए हमें हमेशा तत्पर रहना चाहिए, तभी हमारे देश में राष्ट्र भक्ति एवं देशभक्ति का संचार होगा. इस अवसर पर सेना से जुड़े कई परिवारों सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे.