भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष विशेष) 18 मई से प्रारंभ हो गया. संघ शिक्षा वर्ग 02 जून की सायं तक, भारत भारती बैतूल स्थित आवासीय विद्यालय परिसर में सम्पन्न होगा. वर्ग के उद्घाटन सत्र में वर्गाधिकारी लाजपत जी आहूजा, प्रांत प्रचारक स्वप्निल जी कुलकर्णी, वर्ग पालक मुकेश जी त्यागी, वर्ग कार्यवाह रूपेश जी विश्वकर्मा उपस्थित रहे. भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ वर्ग का शुभारंभ हुआ.
वर्ग पालक मुकेश जी त्यागी ने वर्ग की महत्ता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि व्यक्ति को हमेशा सीखने का भाव बनाए रखना चाहिए. संघ में प्रशिक्षण की परंपरा संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार जी ने प्रारंभ की. इन 98 वर्षों में संघ में अनेक परिवर्तन हुए, किंतु संघ के वैचारिक अधिष्ठान में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
वर्ग में 40 वर्ष से अधिक आयु के मध्य भारत प्रांत एवं विदर्भ प्रांत के 153 शिक्षार्थी प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं. इनमें व्यवसायी, कर्मचारी, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, अधिवक्ता एवं कृषक विभिन्न स्थानों से आए हैं, जो 15 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. शिक्षार्थियों को 19 शिक्षकों एवं पालकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा.
प्रशिक्षिणार्थियों की दिनचर्या प्रातः 4:30 जागरण से प्रारम्भ होकर रात्रि 10 बजे तक रहती है. प्रशिक्षण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अभिनव पद्धति का एक हिस्सा है. इसमें शिक्षार्थियों को प्रातः व सायं संघ स्थान में आत्मरक्षार्थ एवं शारीरिक पुष्टता की दृष्टि से दण्ड, नियुद्ध, पदविन्यास योग, खेल खिलाए जाते हैं. तत्पश्चात् शिक्षार्थियों को श्रम साधना एवं सेवा कार्यों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है.
समाज जीवन के विभिन्न विषयों पर शिक्षार्थियों से चर्चा सत्र में चर्चा की जाती है. इन सब गतिविधियों के माध्यम से देशभक्त कार्यकर्ताओं का निर्माण हो, इसका ध्यान रखा जाता है. श्रेष्ठ वक्ताओं द्वारा राष्ट्र एवं समाज जीवन से जुड़े विषयों का प्रतिपादन शिक्षार्थियों के समक्ष किया जाता है. इससे शिक्षार्थियों को विषय की स्पष्टता होती है और जिसके माध्यम से शिक्षार्थी राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका तय कर पाते हैं.