स्वदेशी जागरण मंच राष्ट्रीय परिषद बैठक के प्रथम दिन जनसंख्या और अर्थ व्यवस्था पर प्रस्ताव पारित
लखनऊ, 28 जून. स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं की राष्ट्रीय परिषद बैठक शुक्रवार से लखनऊ में प्रारंभ हुई. राष्ट्रीय परिषद बैठक में भारत के सभी राज्यों से स्वदेशी जागरण मंच के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं.
राष्ट्रीय परिषद के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मंच के अखिल भारतीय संयोजक आर. सुंदरम ने स्वदेशी जागरण मंच द्वारा संचालित गतिविधियों का वर्ष भर का लेखा-जोखा रखा तथा स्वावलंबी भारत अभियान के माध्यम से देश भर में युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करने हेतु किए जा रहे जन जागरण अभियान की समीक्षा की.
राष्ट्रीय परिषद में शुक्रवार को “जनसंख्या और अर्थव्यवस्था” विषय पर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया. मंच का मानना है कि भारत की बढ़ती जनसंख्या बोझ नहीं है, बल्कि वह हमारी अर्थव्यवस्था को विश्व की सर्वोच्च अर्थव्यवस्था बनने के लिए कारगर सिद्ध हो सकती है. बशर्ते 37 करोड़ युवा शक्ति को उद्यमिता की ओर जोड़ा जा सके.
उद्घाटन सत्र के अध्यक्ष एसआर इंस्टीट्यूट के निदेशक पवन सिंह चौहान ने कहा कि देश की समृद्धि स्वदेशी से ही संभव है, यदि हम विदेशी और आयातित वस्तुओं पर निर्भर रहे तो हमारे उद्यम समाप्त हो जाएंगे और हम केवल विदेशी कंपनियों के ट्रेडर्स बनकर रह जाएंगे.
स्वदेशी जागरण मंच राष्ट्रीय परिषद बैठक में “उद्यमिता के जैविक पथ” विषय से देश को जैविक उद्यमिता के रूप में नई संकल्पना पर विचार कर रहा है.
स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. धर्मेंद्र दुबे ने बताया कि बैठक में 45 प्रांतों के 300 से अधिक पदाधिकारी भाग ले रहे हैं. स्वदेशी जागरण मंच के अलावा लघु उद्योग भारती, अक्षय कृषि परिवार, वनवासी कल्याण आश्रम, सहकार भारती, सेवा भारती, गायत्री परिवार, हिन्दू जागरण मंच, विश्व हिन्दू परिषद और पर्यावरण गतिविधि के राष्ट्रीय प्रमुख गोपाल जी सहित प्रमुख पदाधिकारी भी चिंतन मंथन में सक्रियता से भाग ले रहे हैं.
राष्ट्रीय परिषद के प्रथम दिवस “वैश्विक बाजार की शक्तियां चुनौती, प्रभाव एवं परिवर्तन” विषय पर पुस्तिका का विमोचन भी किया गया. स्वदेशी मेला, स्वदेशी शोध संस्थान, स्वदेशी प्रवाह, स्वदेशी मीडिया, पंच परिवर्तन, पर भी चर्चा हुई. वर्ष 2047 के लिए समृद्ध एवं महान भारत कैसे बने, इस हेतु विस्तृत रोड मैप आगामी कार्य योजनाओं का परिषद बैठक में निर्धारित किया जा रहा है.