भीलवाड़ा, 15 सितम्बर.
मुस्लिम समुदाय के जुलूस या मुहर्रम तो शांतिपूर्ण ढंग से निकल जाते हैं, हिन्दू पूरा सहयोग करते हैं. लेकिन हिन्दुओं की शोभायात्रा की बात आती है, तो उस पर अक्सर पथराव की घटनाएं सामने आती हैं. शनिवार (14 सितम्बर, 2924) को राजस्थान के जहाजपुर कस्बे में जलझूलनी ग्यारस के अवसर पर आयोजित शोभायात्रा पर ना केवल गलियों से पत्थर चलाए गए, बल्कि मस्जिद की छत से भी निशाना लगाकर पथराव किया गया. जबकि यह शोभायात्रा शांतिपूर्ण ढंग से अपने रास्ते पर आगे बढ़ रही थी. जहाजपुर कस्बे में शनिवार को बेवाण पर पथराव की घटना से तनाव का माहौल है. घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रातभर ऑपरेशन चलाकर 15 लोगों को हिरासत में लिया है. पथराव की घटना के बाद कस्बे में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और पुलिस प्रशासन के अधिकारी लगातार क्षेत्र का दौरा कर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
क्या है मामला
भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर कस्बे में किले सहित सभी मंदिरों के भगवान के बेवाण भंवर कला तालाब में जलझूलनी एकादशी पर जलविहार के लिए ले जाए जाते हैं और देर रात तक वापस अपने-अपने मंदिर पहुंचते हैं. इसी क्रम में जहाजपुर किले से पीतांबर राय महाराज भगवान की शोभायात्रा पर पथराव की घटना हुई. शोभायात्रा जैसे ही मस्जिद के सामने पहुंची, उस पर मस्जिद की छत से पथराव शुरू हो गया. इस अप्रत्याशित हमले से पहले तो थोड़ी अफरा तफरी मची, लेकिन फिर लोग पालकी को कल्याण मंदिर के पास ही रखकर धरने पर बैठ गए. धरना रात 11 बजे समाप्त हो गया, लेकिन पालकी को वहीं रखा गया. 10 लोग पालकी के पास रातभर बैठे रहे. रविवार को लोग फिर धरनास्थल कल्याणजी मंदिर के पास बड़ी संख्या में जुट गए और प्रशासन के सामने जहाजपुर में दोबारा शोभायात्रा निकालने की मांग रखी, जिस पर बातचीत चल रही है.
घटना को लेकर जहाजपुर से विधायक गोपीचंद मीणा ने आक्रोश व्यक्त करते हुए पथराव के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की. उन्होंने मस्जिद को अवैध बताकर उसे ध्वस्त करने की मांग की, जहां से पथराव हुआ था. नगर पालिका की ओर से पथराव वाली जामा मस्जिद तथा तकिया मस्जिद के सदर से स्वामित्व तथा निर्माण स्वीकृति के दस्तावेज 24 घंटों में पेश करने को कहा है. रविवार को दूसरे दिन जहाजपुर कस्बे के बाजार बंद रहे.
शाहपुरा कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हालात नियंत्रण में है. दोनों पक्षों से वार्ता के दौर जारी हैं. प्रशासन अपना काम कर रहा है. किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा.
कस्बे में रविवार सुबह से ही स्वैच्छिक बंद देखा गया. पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. कस्बे में हालात फिलहाल शांतिपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन संवेदनशीलता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
प्रशासन की ओर से जारी बयान में कस्बे के लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें.