एक पखवाड़े में 1200 से अधिक ब्लड बैग का संग्रहण, प्लाज्मा दान ने बचाया 1500 से अधिक रोगियों का जीवन
पुणे (विसंकें). कोरोना संकट में रक्त की आवश्यकता और राज्य सरकार द्वारा की गई अपील के जवाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – जनकल्याण समिति और समर्थ भारत अभियान द्वारा पुणे महानगर में रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. पिछले एक पखवाड़े में, आठ विभिन्न भागों में आयोजित कुल 26 रक्तदान शिविरों में 1,240 रक्त बैग एकत्र किए गए हैं. प्लाज्मा दान करने के लिए चल रहे प्रयासों में अब तक 600 से अधिक लोगों ने प्लाज्मा दान किया है, जिसके माध्यम से 1,500 से अधिक गंभीर रूप से बीमार रोगियों की जान बचाई जा सकी है.
पुणे महानगर के 12 ब्लड बैंकों ने इन रक्तदान शिविरों के आयोजन के लिए बहुमूल्य सहायता प्रदान की. रक्तदान के आह्वान पर विभिन्न गणेश मंडल, मंदिर ट्रस्ट और उनके कार्यकर्ताओं, धर्मार्थ और स्वैच्छिक संगठनों, सामाजिक संगठनों और विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर जनकल्याण समिति और समर्थ भारत के सहयोग से शिविरों का आयोजन किया. 12 अलग-अलग ब्लड बैंकों के सहयोग से, पुणे की सेवा बस्तियां, नगरी बस्तियों में आयोजित शिविर में नागरिकों, विशेषकर युवाओं और साथ ही महिलाओं ने रक्तदान में सक्रिय रूप से भाग लिया और रक्त की कमी को रोकने में मदद की.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो महीनों में रक्त की आवश्यकता बढ़ सकती है. समर्थ भारत के संयोजक सचिन भोसले और सह-समन्वयक रवि शिंगणापुरकर ने पुणेवासियों से अपील की कि शहर और राज्य में रक्त की आवश्यकता पूरी करने हेतु विभिन्न संस्था- संगठन, मंडल, सार्वजनिक ट्रस्ट, सेवाभावी संस्थाएं, शैक्षणिक संस्थाएं तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को पहल करते हुए रक्तदान महाअभियान में सम्मिलित होना चाहिए. कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र और राज्य द्वारा निर्धारित सभी नियमों का पालन करते हुए रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए और सभी नागरिकों को सावधानी के साथ इस रक्तदान यज्ञ में भाग लेने की अपील की गई.
प्लाज्मा दान द्वारा 1500 से अधिक मरीज़ों को जीवनदान
प्लाज्मा कुछ गंभीर कोरोना रोगियों के लिए एक वरदान है. इसके अनुसार कोरोना को मात देने वाले नागरिकों द्वारा स्वेच्छा से प्लाज्मा दान करने हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति और समर्थ भारत की ओर से पुणे महानगर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. कोरोना संक्रमण से उबर चुके नागरिकों से फोन द्वारा संपर्क किया जाता है और प्लाज्मा दान के लिए अपील की जाती है. इन प्रयासों के जवाब में अब तक 600 से अधिक लोगों ने प्लाज्मा दान किया है. इसके माध्यम से 1,500 से अधिक गंभीर रूप से बीमार कोरोना रोगियों की जान बचाई जा चुकी है. जनकल्याण समिति और समर्थ भारत ने कहा कि कोरोना मरीज़ों से संपर्क और अपील के लिए युवाओं, डॉक्टरों, सामाजिक संगठनों और उनके कार्यकर्ताओं से बहुमूल्य समर्थन मिल रहा है.