कराची. ईश निंदा के नाम पर हजारों की जान ले चुके पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान के कराची शहर में एक हिन्दू मंदिर पर हमला कर तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है. उपद्रवियों ने मंदिर के पुजारी पर भी हमला किया.
कराची पुलिस के अनुसार कराची के कोरंगी क्षेत्र के श्री मारी माता मंदिर में भीड़ घुस आई और तोड़फोड़ करने लगी. हमलावरों ने मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की. विरोध करने पर उपद्रवियों ने मंदिर के पुजारी पर भी हमला कर दिया. हमलावर हिन्दुओं के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. घटनाक्रम से कराची के हिन्दू समुदाय में काफी दहशत है. कोरंगी क्षेत्र में पुलिस तैनात कर दी गयी है.
सबसे पहले कुछ मोटरसाइकिलों पर दर्जन भर लोग आए और मंदिर पर हमला कर दिया. बाद में और लोग आए तथा हमलावर भीड़ में तब्दील हो गए.
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरंगी थाना प्रभारी फारूक संजरानी ने बताया कि कुछ अज्ञात लोग मंदिर में दाखिल हुए और तोड़फोड़ के बाद फरार हो गए. मंदिर पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
पाकिस्तान में हिन्दुओं और हिन्दू मंदिरों पर यह हमला पहली बार नहीं हुआ है. अक्सर हिन्दू मंदिर व हिन्दू जनमानस उपद्रवियों के हमले का शिकार होते रहते हैं. सरकार इन पर नियंत्रण की बात तो करती है, किन्तु हमलावरों पर नियंत्रण कर पाने में सफल नहीं हो पाती.
घटनाक्रम को लेकर 15 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे जिहादी मानसिकता रखने वाले कट्टरपंथियों ने एक हिन्दू मंदिर को नुकसान पहुंचाने के साथ करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक हनुमान जी यानि बजरंगबली की प्रतिमा के साथ क्या बरताव किया.
पाकिस्तान में हिन्दू, सिक्ख और इसाईयों के पूजा स्थलों को जिस तरह दशकों से तोड़ा जा रहा है, उस पर हमेशा चुप्पी साधे रहता है. अभी कुछ दिनों पहले ही संयुक्त राष्ट्र में भारत ने उसे आईना दिखाते हुए कहा था कि नरसंहार जैसे वीभत्स अपराधों को लेकर जिस तरह पाकिस्तान अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ लेता है उसकी मिसाल पूरी दुनिया में कहीं और नहीं मिलेगी.
पाकिस्तान में हिन्दुओं के धार्मिक स्थल अक्सर कट्टरपंथियों के निशाने पर रहते हैं. पिछले साल अक्तूबर में ऐसे ही एक ऐतिहासिक मंदिर को निशाना बनाया गया था. उस दौरान भी अज्ञात हमलावरों पर केस दर्ज हुआ था और शिकायत में यही कहा गया था कि अंजान लोगों ने मंदिर में घुसकर तोड़फोड़ की. अब इस बार भी यही हुआ है.
इससे पहले फरवरी माह में सिंध प्रांत के रोहरी में एक हिन्दू मंदिर को मुस्लिमों द्वारा न केवल लूटा गया था, बल्कि उसमें तोड़फोड़ भी हुई थी. ये मंदिर शिरन वाली माता हिन्दू मंदिर का है. जहाँ हिन्दू देवताओं की 5 मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया था.