भोपाल. राज्य में सिमी, जेएमबी और पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बाद अब प्रतिबंधित संगठन हिज्ब उत-तहरीर (एचयूटी) से जुड़े लोगों की संदिग्ध गतिविधियां सामने आई हैं. एटीएस ने एक कार्रवाई के दौरान मंगलवार को 11 लोगों को गिरफ्तार किया. इनमें 10 को भोपाल और एक को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया गया है.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों में तीन लोग संगठन से जुड़े हैं. इनके अलावा हैदराबाद से भी पांच लोगों को पकड़ा गया है. इनके पास से बड़ी मात्रा में उपकरण, देशविरोधी व जिहादी साहित्य, विस्फोटक बनाने का साहित्य व सामग्री, डिजिटल दस्तावेज मिले हैं. हिज्ब उत-तहरीर को पूर्व में तहरीक-ए-खिलाफत के नाम से जाना जाता था. गिरफ्तार आरोपियों को मंगलवार शाम जिला न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पूछताछ के लिए उन्हें 19 मई तक रिमांड पर लिया है.
जानकारी के अनुसार, यह संगठन विश्व में शरिया कानून लागू करने का समर्थक है. और भारत में गोपनीय रूप से मुस्लिम नौजवानों में खिलाफत की विचारधारा को फैलाने और संगठन का विस्तार करने के लिए काम कर रहा है. करीब 50 देशों में सक्रिय इस संगठन से जुड़े व्यक्ति कई देशों में हिंसक कृत्यों में शामिल रहे हैं. देशविरोधी गतिविधियों के चलते 16 देशों ने इस पर प्रतिबंध लगाया है.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, हिज्ब उत-तहरीर से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर तीन माह से जांच एजेंसियों की नजर थी. लगभग नौ माह से प्रदेश में इसके सदस्यों की गतिविधियां बढ़ी थीं. पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी इस संगठन का नेटवर्क बताया जाता है.
दैनिक जागरण के अनुसार, भोपाल से यासिर खान, सैयद सामी रिजवी, शाहरूख, मिस्बाह, शाहिद, सैयद दानिश अली, मेहराज, खालिद हसन, वसीम खान व मो. आलम को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अब्दुल करीम को छिंदवाड़ा से पकड़ा गया है. हैदराबाद से मोहम्मद सलीम, अब्दुर्रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद और मोहम्मद हमीद को दबोचा गया है.