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मध्यप्रदेश – पहली बार मलखम्भ प्रशिक्षक को द्रोणाचार्य पुरस्कार

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योगेश कभी उज्जैन के घाट पर धोते थे कपड़े, परिश्रम से हासिल किया लक्ष्य

भोपाल (विसंकें). देश की पारंपरिक खेल विधा मलखम्भ के हिस्से में पहला खेल पुरस्कार आया है. मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के मलखम्भ प्रशिक्षक योगेश मालवीय को द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अभावों का सामना करते हुए मलखम्भ को जारी रखने वाले योगेश को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर भारत सरकार की ओर से अवार्ड प्रदान किया. उज्जैन शहर में गुदरी चैराहा क्षेत्र में रहने वाले योगेश मालवीय 7 साल की उम्र से मलखम्भ कर रहे हैं. उन्होंने 16 साल की उम्र से  स्वयं मलखम्भ करने के साथ ही अन्य को भी इसका प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया था. किसी भी खेल में प्रशिक्षक के रूप में उल्लेखनीय योगदान के लिए द्रोणाचार्य अवार्ड दिया जाता है.

संघर्ष से पुराना नाता

योगेश के परिवार की आर्थिक हालत शुरुआत से ही ठीक नहीं रही. उनके पिता महाकाल मंदिर के पास ही प्रेस और ड्राईक्लीन की दुकान चलाते थे. आर्थिक संकट के कारण योगेश बचपन से ही पिता की दुकान संभालने लग गए थे. धोबी घाट पर कपड़े धोने और प्रेस करने के साथ ही उन्होंने अपना मलखम्भ का अभ्यास भी जारी रखा. साल 2006 में महाकाल क्षेत्र में ही उन्होंने पिता के साथ भक्ति भंडार की दुकान खोली और प्रशिक्षण देने के बाद यहां माला बेचने का काम भी किया.

कई पुरस्कारों से हो चुके सम्मानित

योगेश मालवीय मलखम्भ प्रशिक्षक के रूप में देशभर में जाने जाते हैं. वर्ष 2006 में शाजापुर में खेल एवं युवक कल्याण विभाग में उनकी मलखम्भ जिला प्रशिक्षक के रूप में नियुक्ति हुई. 2012 में मलखम्भ प्रशिक्षक के रूप में ही उन्हें राज्य शासन की ओर से विश्वामित्र अवार्ड से नवाजा गया. 2010 में भोपाल में लाल परेड मैदान पर हुए मलखम्भ के प्रदर्शन में भी योगेश को शासन की ओर से प्रथम पुरस्कार दिया गया. 2018 में राजपथ पर भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा शामिल की गई मलखम्भ की झांकी में भी उन्हें प्रथम पुरस्कार मिला.

योगेश के साथ ही उनके शिष्यों ने भी मलखम्भ में शानदार प्रदर्शऩ किया है और कई अवार्ड जीते हैं. उनके शिष्य पंकज सोनी और चंद्रशेखर चौहान को साल 2014 में विक्रम अवार्ड, तरुणा चावरे को 2018 में विश्वामित्र अवार्ड मिल चुका है. उनके शिष्य मप्र के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मलखम्भ में रोप, पोल व हैंगिंग मलखम्भ में स्वर्ण पदक हासिल किए हैं. योगेश व उनके शिष्य 15 से अधिक टीवी रियलिटी शो में भी मलखम्भ का प्रदर्शन कर सराहना हासिल कर चुके हैं. सोनी टीवी पर एंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा शो में वह पांच बार वीकली विनर रहे. इंडियाज गॉट टैलेंट में भी वे और उनकी टीम फर्स्ट रनर अप रह चुकी है.

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