नई दिल्ली. इमरान खान के नया पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के अपहरण व धर्मांतरण की घटनाएं नहीं रुक रही हैं. घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर ठोस कदम उठाना तो दूर इमरान सरकार में पीड़ितों की सुनवाई भी नहीं हो रही है. अपहरण व जबरन धर्मांतरण का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा.
ताजा मामले में पाकिस्तान के सिंध राज्य के कस्बा मिट्ठी निवासी एक हिन्दू नवविवाहिता का अपहरण कर कट्टरपंथियों ने अपहरणकर्ता से निकाह करवा दिया.
हिन्दू नवविवाहिता कविता मेगवार पत्नी रतन लाल मेगवार का उसके घर से अपहरण कर लिया गया. पहले तो रतन मेगवार अपने रिश्तेदारों के साथ अपनी पत्नी की तलाश करता रहा, परंतु जब कविता का कुछ पता नहीं चला तो वह पुलिस के पास शिकायत करने के लिए पहुंचा. लेकिन, पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने के बजाय कविता का धर्म परिवर्तन का सर्टिफिकेट व निकाहनामा उसके हाथ में थमा दिया. इसमें कविता का धर्म परिवर्तन के बाद नया नाम शहनाज शेख रख दिया गया था. पुलिस ने बताया कि कविता ने धर्म परिवर्तन कर अब्दुल्ला शेख से निकाह कर लिया है. अब्दुल्ला शेख पहले ही विवाहित है तथा उसके 2 बच्चे हैं.
अप्रैल के प्रथम सप्ताह में पाकिस्तान स्थित लरकाना की 22 वर्षीय आरती देवी (आरती बाई) के कथित अपहरण और धर्मांतरण का सामने आया.
रिपोर्ट के अनुसार, आरती देवी का फवाद नाम के एक व्यक्ति ने अपहरण कर लिया था. अपहरण करने के बाद फवाद ने इस्लाम में धर्मांतरण कर आरती का नाम आयशा रख दिया. आरती देवी के परिवार के सदस्यों को भी मिलने की अनुमति नहीं दी. आरती के पिता डॉ. नमो मल के अनुसार उनकी बेटी शनिवार (अप्रैल 03, 2021) को लापता हो गई थी. जिस समय आरती को अगवा किया गया तब वह रेशम गली स्थित ब्यूटी पार्लर के लिए अपने घर से बाहर निकली थी. आरती इस ब्यूटी पार्लर में काम कर रही थी.
इससे पूर्व फरवरी व मार्च माह में भी चार हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर जबरन धर्मांतरण करवा दिया गया था. सभी घटनाओं में लड़कियो के परिजनों ने पुलिस, प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई लाभ नही हुआ. पीड़ित परिवारों की कोई सुनवाई नहीं हुई.