नई दिल्ली. नेपाल के लोग मान रहे हैं कि चीन नेपाल के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है, तथा भारत के साथ खराब होते संबंधों के लिए भी चीन जिम्मेदार है. इन कारणों से नेपाल में चीन का विरोध शुरू हो गया है. विभिन्न स्थानों पर लोग चीन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला जला रहे हैं.
नागरिकों ने ओली सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता कानून में मधेशियों का हक छीनने का आरोप लगाया है. पीएम ओली चीन के बहकावे में आकर भारत के साथ रोटी-बेटी के रिश्तों में दरार डाल रहे हैं. चीन के बहकावे में आकर नेपाल सरकार इस तरह का कदम उठा रही है.
शनिवार को जनमत पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंका. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि चीन भारत व नेपाल के संबंधों में दरार डालने का प्रयास कर रहा है. पार्टी के रुपनदेही अध्यक्ष रामकेश गुप्ता ने कहा कि नेपाल सरकार के नागरिकता कानून का पार्टी विरोध करती है. हर गांव में कानून के खिलाफ पार्टी जनजागरण कर रही है. बैठकों व सभा के माध्यम से लोगों को एकजुट किया जा रहा है.
जनता को बताया जा रहा है कि चीन की शह पर ओली सरकार मधेशी जनता के संग विभेद कर रही है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चीनी राष्ट्रपति से बाज आने की सलाह देते हुए नारेबाजी भी की.