वाराणसी. संभल के बाद अब वाराणसी में 250 साल पुराना मंदिर मिलने का दावा किया गया है. यह मंदिर पिछले 40 वर्ष से बंद पड़ा है. मंदिर को खुलवाने की मांग उठने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची है.
हाल ही में संभल में 400 साल पुराने भगवान शिव-हनुमान मंदिर मिलने के बाद मामले ने तूल पकड़ा हुआ है. 46 साल बाद मंदिर को खोला गया. संभल के बाद अब काशी से भी ऐसा ही मामला सामने आया है.
मामला वाराणसी के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के मदनपुरा का है. मदनपुरा इलाके में गोल चबूतरे के नजदीक मुसलमानों के मकान से सटा एक मंदिर है. दावा किया जा रहा है कि ये सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर है और करीब ढाई सौ साल पुराना है. जो पिछले 40 साल से बंद है.
सनातन रक्षक दल मंदिर को खुलवाने की मांग लेकर पुलिस के पास पहुंचा. सनातन रक्षक दल की मांग पर पुलिस मौके पर पहुंची और मंदिर के संबंध में स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई. इसके बाद मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि मदनपुरा में गोल चौराहे पर भगवान शिव का मंदिर है. हम लोग मंदिर खुलवाना चाहते हैं और यहां पूजा-पाठ करवाना चाहते हैं. काफी समय से यह मंदिर बंद पड़ा है. अगल-बगल जो हिन्दुओं के मकान थे, वो मुस्लिमों ने खरीद लिए. इसके बीच में ही मंदिर है.
वह मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर पुलिस के पास गए. मुस्लिम भी इसका विरोध नहीं कर रहे. इस पर कोई विवाद नहीं है. वो भी चाहते हैं कि मंदिर है तो वहां पूजा-पाठ हो.
रिपोर्ट्स के अनुसार मदनपुरा में यह मंदिर मकान नंबर D-31 के पास स्थित है. फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए बंद पड़े मंदिर की सूचना मिली, जिसके बाद सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे. मंदिर पिछले 40 साल से बंद है और मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है.
दशाश्वमेध के थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि मदनपुरा इलाके में एक मंदिर काफी समय से बंद था. कुछ लोग इसे खोलने के लिए कह रहे थे. पास में मुस्लिम इलाका है. हिन्दुओं ने यहां आना बंद कर दिया था, तब से यह बंद है. वहां कोई विवाद नहीं है.