चित्रकूट. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ (अमृत महोत्सव) के निमित्त 01 फरवरी से 07 फरवरी तक सूर्य नमस्कार महायज्ञ का आयोजन किया गया. जिसमें दीनदयाल शोध संस्थान के सभी प्रकल्पों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वावलंबन केंद्रों पर भी समाज शिल्पी दंपत्ति एवं सहयोगी कार्यकर्ताओं के माध्यम से सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया. इसके अलावा चित्रकूट एवं मझगवॉं क्षेत्र के सभी प्रमुख संस्थानों व विद्यालयों में सूर्य नमस्कार सम्पन्न हुआ है.
कार्यक्रम में 7 दिन के अंदर मझगवॉ खंड के अन्तर्गत 1 लाख से अधिक लोगों ने सूर्य नमस्कार किया है. दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि सूर्य नमस्कार योग और आसन का समन्वय है. योग आत्मा और शरीर को परस्पर जोड़ता है और सूर्य नमस्कार हमें ऊर्जावान बनाता है. सूर्य नमस्कार करने से हम अपने जीवन को ओजमयी बना सकते हैं. हमें योग और व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, तभी हम निरोगी रह सकते हैं. आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत सूर्य नमस्कार का यह आयोजन किया गया.