भोपाल। सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल मानवेन्द्र सिंह ने मंगलवार को भोपाल में आयोजित ‘भारत भक्ति यात्रा’ में कहा कि 22 अप्रैल को देश ने जो भयानक दृश्य देखा, वह दुखदायी और आक्रोशित करने वाला था। पहलगाम आतंकी हमले से भारत को कमजोर करने और समाज को बांटने की साजिश आतंकियों ने की थी। आतंकी हमले का उत्तर देने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, वह कोई मामूली ऑपरेशन नहीं था। यह पूरी तैयारी के साथ था। यह भारत की सोची, समझी और योजनाबद्ध ढंग से की गई कार्रवाई थी।
भारतीय सेना के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए डीबी मॉल के सामने आयोजित यात्रा में लेफ्टिनेंट जनरल मानवेन्द्र सिंह बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन मातृशक्ति जागरण मंच भोपाल की ओर से किया गया था। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार रंजना चितले, सुनंदा रघुवंशी, कुसुम सिंह सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति व विभिन्न महिला संगठनों की कार्यकर्ता उपस्थित रहीं। विशेष रूप से सैन्य परिवारों से जुड़ी मातृशक्ति कैप्टन अंजू, शशि सिंह, साधना शर्मा, डॉ. मंजू मेहता, आरती लार्ड और सिया देवी तोमर आदि को सम्मानित किया गया।
विश्व ने भारत की शक्ति देखी
लेफ्टिनेंट जनरल मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से देश-दुनिया ने भारत की शक्ति को देखा। सेना की इस शक्ति को देख पाकिस्तान बुरी तरह घबरा गया। भारतीय सेना की क्षमता, कुशलता और देशभक्ति के जज्बे को देख हम सभी को अपनी सेना पर गर्व है। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से उन तमाम शक्तियों को भी संदेश मिला जो पाकिस्तान की छुपकर मदद कर रहे थे। भारतीय सेना के पराक्रम और शौर्य ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अपनी सुरक्षा स्वयं करने में सक्षम है, उसे किसी दूसरे देश के सामने झुकने की आवश्यकता नहीं। लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि पहली बार भारत की सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन हुआ है और सभी ने भारत का धैर्य भी देखा। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से कई आयाम देखने को मिले। पूरी दुनिया आतंकवाद से जिस तरह से परेशान थी, भारत ने उसे दूर करने का काम किया है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता नये भारत के आत्मविश्वास को दर्शाती है। यह सच है कि यह जो भी हुआ, वह एक सशक्त नेतृत्व के कारण ही संभव हो पाया है।
भारत की सामरिक क्षमता दुनिया के सामने है
वरिष्ठ साहित्यकार रंजना चितले ने कहा कि हमारे सैनिकों का कार्य विराट है, क्षमताएं अद्भुत हैं, इन्हें शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। आज राष्ट्र गौरव का यह भाव समूचा देश अनुभव कर रहा है। आतंकवादियों ने पहलगाम में लोगों से उनका धर्म पूछा और 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी। इससे समूचा देश आक्रोशित हो गया। आतंकवादियों ने घटना से देश का मान भंग करने और भारत की संपूर्ण नारी शक्ति, माता बहनों का मनोबल तोड़ने का कायरता पूर्ण कार्य किया। इन आतंकवादियों ने हमारी बहनों के सामने उनके माथे का सिंदूर पौंछा था। जिसका हमारी सरकार और हमारी सेना ने बदला ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर द्वारा भारत की सामरिक क्षमता दुनिया के सामने है।
भारत माता की आरती के बाद संपन्न हुई यात्रा
कार्यक्रम के बाद महिला समन्वय द्वारा भारत शक्ति यात्रा निकाली गई। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, पुरुष और एनसीसी कैडेट्स शामिल हुए। सभी के हाथों में भारतीय ध्वज था और सभी एक स्वर में भारत माता की जय का उद्घोष करते हुए शौर्य स्मारक की तरफ बढ़े। यह यात्रा शौर्य स्मारक पर समाप्त हुई, जहां सभी ने भारत माता की सामूहिक आरती की। समाज में सामाजिक एकता का समांजस्य और सौहार्द का संदेश व्याप्त हो, इसी संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।