गुवाहाटी, असम। देश के अलग-अलग हिस्सों से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों और आतंकियों की मदद करने वाले देशद्रोहियों की धर पकड़ का क्रम जारी है। इसी क्रम में असम पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को भारतीय नंबरों के ओटीपी भेजकर भारतीय नंबर पर व्हाट्सएप उपयोग करने में मदद कर रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, असम के डीजीपी हरमीत सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि मिलिट्री इंटेलीजेंस के जरिए हमें इनपुट मिला था कि ऐसे कई लोगों के बारे में जानकारियां हैं, जो पाकिस्तान में लोगों को ओटीपी भेज रहे थे, जिसका इस्तेमाल भारतीय नंबरों से अकाउंट बनाने के लिए किया जाता था।
डीजीपी हरमीत सिंह ने बताया कि जैसे ही हम लोगों को इसके बारे में पता चला तो हमने इसका तकनीकी स्तर पर विश्लेषण शुरू किया, इसके बाद ऐसे असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए #OperationGhostSIM लॉन्च किया। इसी के तहत एसटीएफ में 14 मई को केस दर्ज किया गया। #OperationGhostSIM के तहत हमारी टीमें हैदराबाद, राजस्थान गईं, जहां 16 मई की दोपहर में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से कुछ भरतपुर, अलवर से, एक गुवाहाटी एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया, एक दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा गया।
पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि हमारे पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल साइबर क्राइम के साथ ही राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए भी किया जा रहा था। असामाजिक तत्वों ने पाकिस्तानियों को ओटीपी दिए, इससे वे अपने मोबाइल पर उक्त नंबर का व्हाट्सएप अकाउंट शुरू कर सकते थे। ताकि भारत में किसी से बात करने पर भारतीय नंबर प्रतीत हो।