झूठे और खोखले दावों के आधार पर पाकिस्तान अपने देश की जनता के साथ ही दुनिया को भी गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
इसी क्रम में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुर्की दौरे के दौरान वहां के राष्ट्रपति एर्दोआन से मुलाकात की और सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दावा किया कि भारत के साथ हालिया तनाव में पाकिस्तान को “जबरदस्त जीत” मिली है। उन्होंने यहां तक कहा कि पाकिस्तान ने दुनिया को बता दिया कि वह पीछे हटने वाला देश नहीं है।
अब सबसे बड़ा प्रश्न यह कि किस जीत की बात कर रहे हैं?
पूरी दुनिया ने देखा कि पाकिस्तान एक बार फिर अपनी नाक कटवाकर बैठा है।
न केवल सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के झूठे दावों की धज्जियां उड़ाईं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान की हरकतों को उजागर किया गया।
संयुक्त राष्ट्र से लेकर अमेरिका और यूरोपीय देशों तक हर जगह पाकिस्तान को आतंकवाद को पनाह देने वाला देश सिद्ध किया गया।
इसके बावजूद पाकिस्तान के नेता, वह चाहे प्रधानमंत्री हों या विदेश मंत्री, सब अपनी ही बनाई हुई “काल्पनिक जीत” का बैंड बजा रहे हैं।
शहबाज शरीफ की तुर्की यात्रा के दौरान उन्होंने भारत को लेकर झूठे दावे तो किए ही, साथ में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन से ‘धन्यवाद’ भी लिया।
तुर्की स्वयं आतंकवाद को परोक्ष रूप से समर्थन देता है और कई बार भारत विरोधी बयानों में पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाता रहा है।
भारत सरकार और सेना ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी सीमा उल्लंघन या उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
यही कारण है कि अब पाकिस्तान की सेना भी समझ चुकी है कि भारत से पंगा लेना भारी पड़ सकता है। आज के हालात यह हैं कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बर्बादी के कगार पर है।
IMF की शर्तें पूरी करने में पसीना बहा रहे पाकिस्तान के नेता अब “जीत” का जश्न मना रहे हैं, ताकि जनता का ध्यान असली समस्याओं से हटाया जा सके। यहां तक कि पाकिस्तान के झूठ दुनिया के सामने आ चुके हैं।
भारत के खिलाफ फैलाए गए सारे वीडियो और दावे सोशल मीडिया पर फर्जी साबित हो चुके हैं। बावजूद इसके, पाकिस्तान और तुर्की दोनों मिलकर एक ऐसा झूठा नैरेटिव खड़ा कर रहे हैं जो न केवल शर्मनाक है, बल्कि यह भी साबित करता है कि देश अपने ही बनाए भ्रमजाल में फंस चुके हैं।
भारत आतंकवाद और आतंक समर्थकों के खिलाफ पूरी दुनिया में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। भारत के राजनयिक दल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के झूठ और आतंकवादी चेहरों को बेनकाब कर रहे हैं। भारत की कूटनीति और सख्त रुख के चलते आतंकवाद को शह देने वाले मुल्क अब घुटनों पर आ रहे हैं।
पाकिस्तान सच्चाई से भाग नहीं सकता कि वह एक आतंक समर्थक देश है, और उसका हर झूठ अब सामने आ चुका है।
और यह ‘झूठी जीत’ की खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी।