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महाकुम्भ नगर, प्रयागराज।
हम भारतवासी अपने स्वाधीनता के शताब्दी वर्ष की ओर अग्रसर हैं। देश के नव निर्माण में योगदान देने वाली आदर्श मातृ शक्ति और वीरांगनाओं की अनगिनत गाथाएं अनुकरणीय हैं। उन वीरांगनाओं के उत्सर्ग और समर्पण को स्मरण करने हेतु संस्कार भारती की ओर से प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के दौरान ‘राष्ट्र रत्ना’ शोभायात्रा का आयोजन किया गया।
22 जनवरी, 2025 को यह शोभा यात्रा सेक्टर 10 स्थित संस्कार भारती शिविर-महेश्वर से गंगा जी के तट तक संपन्न हुई। शोभायात्रा में भारत के राष्ट्रीय, समाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक व आध्यात्मिक क्षेत्रों में अपने शौर्य का, मेधा का और जीवट का प्रदर्शन करने वाली नारी शक्ति को पुनर्जागरण का संदेश देने वाली योगदात्रियां, जैसे-रानी दुर्गावती, लोकमाता अहिल्याबाई होलकर, सावित्री बाई फुले, रानी चेनम्मा आदि को स्मरण महत्वपूर्ण है।
हमारा देश मीराबाई की 525वीं जयंती मना रहा है। चंदेल कन्या महारानी दुर्गावती की 500वीं और लोकमाता अहिल्यादेवी होलकर की 300वां जयंती वर्ष मना रहा है। इसी संदर्भ में यह शोभा यात्रा तीनों ही मातृशक्ति को समर्पित रही। इन्हीं वीरांगनाओं की वेश-भूषा में तीन स्वयंसेविकाओं ने शोभा यात्रा का नेतृत्व किया। इसके अलावा, बड़ी संख्या में संस्कार भारती के कलाकार, गायक, नर्तक, वादक, चित्रकार, रंगकर्मी और कार्यकर्ता सम्मिलित रहे। शोभा यात्रा का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी को राष्ट्रीय, सामाजिक और सांस्कृतिक नव जागरण का संदेश देना है। देवी अहिल्याबाई, रानी दुर्गावती एवं मीराबाई स्वरूपा मातृशक्ति द्वारा मां गंगा की आरती एवं जलाभिषेक किया गया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक रूप से वन्देमातरम का गायन कर किया गया।
शोभायात्रा को केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जी और संस्कार भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले जी ने केसरिया झंडा दिखा कर रवाना किया। शोभायात्रा में 24 प्रान्तों से 107 वीरांगनाओं व आदर्श महिला की वेशभूषा में मातृशक्ति सम्मिलित हुई। इस अवसर पर संस्कार भारती की अ.भा. उपाध्यक्ष डॉ. हेमलता एस मोहन, अ.भा. मातृशक्ति संयोजिका अनिता ताई करकरे, सह संयोजिका डॉ. मिथिलेश तिवारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थिति रहे।