श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा (22 जनवरी, 2024) के निमित्त इंदौर के संगम नगर में शोभायात्रा का आयोजन था, कुछ बच्चों को रामजी, सीताजी और लखन के वेश में सजाया गया था. शोभायात्रा एक घर के सामने से निकलने लगी तो एक माई दौड़कर आई और सीताजी को बांहों में भर लिया, वैसे ही जैसे 14 बरस बाद पुष्पक विमान से जमीन पर सीताजी ने पग रखा और कौशल्या माई ने दौड़कर बांहों में भर लिया होगा.
फिर लखन और रघुवर को भी गले लगाया.
…..इस दृश्य से अब शोभायात्रा में जो उल्लास था वो अश्रुओं में परिवर्तित हो गया, अश्रु आनंद के थे, वही अश्रु जो यह दृश्य देखकर कभी अयोध्यावासियों की आंखों में भर आए होंगे और रघुवर पर थोड़ी सी खीझ भी कि उस रात आप हमें सरयू के तट पर सोते हुए छोड़ गए थे और 14 बरस का कहकर 5 शताब्दियों बाद लौटे.
रघुवर! आप हमारे प्राण हो!
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा (22 जनवरी, 2024) के निमित्त इंदौर के संगम नगर में शोभायात्रा का आयोजन था, कुछ बच्चों को रामजी, सीताजी और लखन के वेश में सजाया गया था.https://t.co/zNVnbeJsJu pic.twitter.com/j47NBtzUYZ
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) January 8, 2024