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मानव तस्करी से जुड़े मामलों में 10 राज्यों में छापेमारी, 4 मामलों में 44 गिरफ्तार

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नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मानव तस्करी गिरोह को लेकर देश के 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सीमा सुरक्षा बल (BSF) और राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर छापेमारी का व्यापक अभियान चलाया. एनआईए की छापेमारी का उद्देश्य भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध प्रवासियों की घुसपैठ और अवैध घुसपैठियों को भारत में बसाने में शामिल अवैध मानव तस्करी सहायता नेटवर्क को समाप्त करना है.

एनआईए ने गुवाहाटी, चेन्नई, बैंगलोर, जयपुर शाखाओं में मानव तस्करी के 4 अलग-अलग मामले दर्ज करने के बाद, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 55 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की. इनमें त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, हरियाणा, राजस्थान, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और पुडुचेरी शामिल हैं.

असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने मानव तस्करी से संबंधित मामला दर्ज किया था और यह भारत-बांग्लादेश सीमा के पार अवैध प्रवासियों की घुसपैठ और पुनर्वास के लिए जिम्मेदार मानव तस्करी नेटवर्क से संबंधित था. इस नेटवर्क का संचालन देश के विभिन्न हिस्सों तक फैला हुआ है, जिसमें भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्र भी शामिल हैं. मामले के अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्य संबंधों और इसकी जटिलता को पहचानते हुए, एनआईए ने गुवाहाटी में एनआईए पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करके 06.10.2023 को औपचारिक रूप से जांच का कार्यभार संभाला.

एनआईए की जांच से पता चला कि इस अवैध मानव तस्करी नेटवर्क के विभिन्न मॉड्यूल तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न राज्यों में फैले हुए थे और वहां से संचालित हो रहे थे. इन जांच निष्कर्षों के आधार पर एनआईए ने देश के विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों में स्थित इस व्यापक नेटवर्क के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए तीन नए मामले दर्ज किए. आज के ऑपरेशन के बाद, एनआईए ने कुल 44 गुर्गों को पकड़ा और गिरफ्तार किया है. ये गिरफ़्तारियां विभिन्न राज्यों में प्रकार की गईं – त्रिपुरा में 21, कर्नाटक में 10, असम में 05, पश्चिम बंगाल में 03, तमिलनाडु में 02, पुडुचेरी में 01, तेलंगाना में 01, हरियाणा में 01.

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