मेरठ. विश्व संवाद केंद्र मेरठ के तत्वाधान में रविवार को सूरजकुण्ड रोड स्थित केशव भवन पर डॉ. कपिल अग्रवाल द्वारा लिखित पुस्तक “भारत की महान संत परंपरा” का विमोचन किया गया. पुस्तक का विमोचन हरिद्वार के जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद जी द्वारा किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व संवाद केंद्र के अध्यक्ष श्याम बिहारी जी ने की, जबकि कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अजय मित्तल प्रज्ञा प्रवाह प्रांत संयोजक व मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत संघचालक व पूर्व कुलपति डॉ. नरेन्द्र कुमार तनेजा रहे.
मुख्य वक्ता अजय मित्तल ने कहा कि हमारा देश संता के नहीं, संतों के नाम से जाना जाता है और अगर हमारे मन में संतों की स्मृति बनी रही तो भारत की समृद्धि बनी रहेगी.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि संत वह हैं, जिन्होंने अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं को त्याग दिया है और वही धर्म और मोक्ष के बारे में भारतीय संस्कृति के रूप में पूरे विश्व को मार्ग दिखाते हैं.
डॉ. कपिल अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने भारतवर्ष के अलग-अलग हिस्सों से 40 संतों को चिह्नित कर उनकी जीवनी इस पुस्तक में लिखी है ताकि हमारे भारतवर्ष के इन महान संतों के बारे में लोगों को सही जानकारी मिल सके. भारत संतों के नाम से जाना जाता है, लेकिन आज भारत के संतों और सनातन परंपरा को षड्यंत्रकारियों द्वारा विलुप्त करने की कोशिश की जा रही है. जिसे देखते हुए मुझे इस पुस्तक को लिखने का विचार आया और आज इस पुस्तक का विमोचन भी सफलतापूर्वक किया गया. कार्यक्रम का संचालन पुनीत अरोड़ा ने किया.