जयपुर. कोरोना के दंश से पीड़ित समाज में एक भय का वातावरण बना हुआ है. इस काल में जब शासन प्रशासन अपने स्तर पर सभी संभव प्रयास कर रहे हैं, abvpपर इस सबके बावजूद समाज का मनोबल, उत्साह व धैर्य बनाए रखने का कार्य स्वयं समाज को ही करना है. इसी को ध्यान में रखकर समाज में व्याप्त संशय के वातावरण को दूर करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की परिवार प्रबोधन गतिविधि द्वारा पूज्य संतों के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में शनिवार को प्रदेशभर में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा.
संघ के क्षेत्र प्रचारक निंबाराम ने शुक्रवार को हनुमान चालीसा पाठ के पोस्टर का विमोचन किया. इस अवसर पर महानगर परिवार प्रबोधन प्रमुख पंडित सुरेन्द्र भी उपस्थित थे. कुटुंब प्रबोधन गतिविधि के प्रांत प्रमुख संजीव भार्गव ने बताया कि महामारी के दौर में भी जो विद्यमान है अर्थात चिरंजीवी है, जिन्होंने श्रीराम के संकट का भी निवारण किया. ऐसे वीर हनुमान का स्मरण सारी पीड़ा को दूर करेगा. महामारी से काल कवलित हो गये लोगों की आत्मा को शांति मिलेगी. हनुमान जी की कृपा से जो अस्वस्थ हैं, उन्हें जल्द स्वास्थ्य लाभ हो, वे स्वस्थ व सुरक्षित रहें. इस दौर में कोरोना गाइडलाइन, सावधानी, औषधि के साथ सच्चे मन से की गई प्रार्थना भी संकट से मुक्ति का साधन है. अतः हम सब मिलकर सर्व जन हिताय सर्व जन सुखाय की भावना से सामूहिक रूप से निश्चित समय पर श्री हनुमान चालीसा का पाठ कर एक व्यापक सुरक्षा श्रृंखला का निर्माण करें. कई स्थानों पर हनुमान भक्तों ने सवा लाख हनुमान चालीसा सिद्धमंत्र का जाप का लक्ष्य तय किया है. यह अनुष्ठान सायं ठीक 7 बजे पुष्य नक्षत्र 8 मई 2021 शनिवार को अपने परिवार के साथ घर पर आयोजित करना है. श्री शिवपूजन अपने यथायोग्य सामर्थ्य से करना है. इसमें कुछ जोड़ना चाहें तो जोड़ सकते हैं. सामूहिक अपेक्षा केवल एक हनुमान चालीसा पाठ की है.
सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ की तैयारियों के लिए शुक्रवार को कुटुंब प्रबोधन गतिविधि की वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र के अलावा, प्रांत विभाग एवं कुटुंब प्रबोधन गतिविधि के जिला संयोजक तक की भागीदारी रही. चर्चा में आया कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण समाज में भय का वातावरण बना हुआ है. इस भय के वातावरण से समाज को निकालने के लिए सप्ताह में दो दिन मंगलवार व शनिवार को हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ प्रत्येक घर में परिवार के सभी सदस्य सामूहिक रूप से एक स्थान पर बैठकर करेंगे. यह कार्य घर-घर के प्रत्येक परिवार में संपन्न हो, इसके लिए संघ के खंड, मंडल और जिला के सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जाएगा. इसके अलावा संघ के समवैचारिक संगठन जैसे विश्व हिंदू परिषद शिक्षक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं सामाजिक संगठन, मंदिर समितियां, शहरी क्षेत्र में विकास समितियां अन्य धार्मिक संगठन जैसे गायत्री परिवार आदि के माध्यम से अनुष्ठान करवा सकते हैं.