जयपुर. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण में जनभागीदारी बढ़ाने के लिए संत समाज सक्रिय होगा. विश्व हिन्दू परिषद की ओर से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान शुरू किया गया है. अभियान के अंतर्गत समाज के विभिन्न वर्गों को मंदिर निर्माण से जोड़ा जाएगा. संतों की भूमिका को लेकर विहिप के प्रांत मार्गदर्शक मंडल की बैठक जयपुर में संपन्न हुई.
जयपुर में हरमाड़ा स्थित रविनाथ कुंज आश्रम में संत समाज की बैठक हुई. बैठक में प्रदेश के विभिन्न जिलों से 20 से ज्यादा प्रमुख संतों के साथ विहिप के पदाधिकारी मौजूद थे. जयपुर प्रवास पर पहुंचे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविन्ददेव गिरी जी महाराज ने विहिप मार्गदर्शक मंडल की बैठक में संतों से मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा की. गोविंददेव गिरी जी महाराज ने कहा कि नाथ सम्प्रदाय का अयोध्या से सदैव नाता रहा है. देश में नाथ सम्प्रदाय के संत सदैव धर्म के रक्षार्थ खड़े रहे हैं. रविनाथ कुंज आश्रम में अभियान की शुरुआत का बहुत बड़ा महत्व है. संतों की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है. संतों के आग्रह पर आम व्यक्ति राम मंदिर निर्माण के इस पावन अभियान में जुड़ सकता है. संत ही लोगों में रामत्व के भाव जागृत कर सकते हैं.
सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख संत
विहिप मार्गदर्शक मंडल की बैठक में रेवासा पीठाधीश्वर संत राघवाचार्य जी महाराज, केशवनाथ जी महाराज मुकुंदगढ़, शीतलदास जी महाराज, महामंडलेश्वर ओंकारदास जी महाराज श्रीमाधोपुर, शशिशंकर दास महाराज ढेहर के बालाजी, श्याम दास महाराज खाटू श्याम, हनुमानदास महाराज गंगाबाई की बगीची गंगापुर सिटी, साध्वी योगश्री शकम्भरी उदयपुर वाटी, सीतारामदास महाराज तिजारा, राजेश्वरानंदजी मानसवरोवर और बाल ब्यास महाराज बोराज सहित प्रमुख पीठ-आश्रमों के संत मौजूद थे. इसी तरह विहिप अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख अजय कुमार, केंद्रीय सहमंत्री बजरंग बागड़ा, नरपत सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम, प्रांत प्रचारक शैलेंद्र कुमार, विहिप के प्रांत अध्यक्ष प्यारे लाल सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.