शिरडी (पश्चिम महाराष्ट्र)।
आज रविवार, 18 मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने शिरडी में श्री साईंबाबा के दर्शन किए तथा साईंबाबा समाधि मंदिर में पाद्य-पूजा की।
मंदिर परिसर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडीलकर ( IAS) भिमराज दराडे ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर उन्होंने द्वारकामाई, समाधि मंदिर व गुरुस्थान के भी दर्शन किए। साईं मंदिर में संस्थान के अधिकारियों ने श्री साईं की मूर्ति, श्री साईं चरित्र, उदी प्रसाद और शॉल, श्रीफल देकर सरसंघचालक जी का सत्कार किया।
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इस अवसर पर सरसंघचालक जी ने अपने अभिप्राय में लिखा – ‘1857 के स्वातंत्र्य संग्राम के पश्चात भारत के नवोत्थान की नींव के नाते पूरे भारत में जिस ईश्वरीय योजना से अध्यात्म तत्व और व्यवहार, इस मौलिक घटक द्वारा समाज का प्रबोधन हुआ, उसका एक भाग शिरडी के साईंबाबा थे। देह त्यागने के बाद भी उनकी तपस्या कईयों का पथ प्रदर्शन करती है, यह अनुभूति है। ऐसे श्री साईंबाबा समाधि मंदिर के नित्य कार्य विकास व उसका नित्य उत्तम प्रबंधन करने वाले सभी कार्यकर्ताओं का कृतज्ञतापूर्वक धन्यवाद’।
इस अवसर पर सराला बेट के महंत परमपूज्य श्री रामगिरी जी महाराज ने सरसंघचालक जी से सदिच्छा भेंट की। उत्तर नगर जिला संघचालक किशोर निर्मळ जी सरसंघचालक जी के साथ उपस्थित रहे।