नई दिल्ली। भारत सरकार ने तुर्की की एक कंपनी, सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज (Celebi Airport Services) की सिक्योरिटी क्लीयरेंस रद्द कर दी है। नतजीतन, अब वह भारतीय एयरपोर्ट्स पर अपनी सेवाएं नहीं दे पाएगी। यह कंपनी एयरपोर्ट पर ग्राउंड हैंडलिंग का काम करती है। यानि यह कंपनी यात्रियों की मदद करना, सामान का ध्यान रखना और विमानों के संचालन में मदद करना, जैसे काम करती है।
सेलेबी कंपनी मुंबई एयरपोर्ट पर लगभग 65-70% ग्राउंड ऑपरेशन्स संभालती है। इसमें यात्रियों की सेवा, लोड कंट्रोल, फ्लाइट ऑपरेशन्स, कार्गो और पोस्टल सर्विस, वेयरहाउस और ब्रिज ऑपरेशन्स जैसे काम शामिल हैं। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है – ‘सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी के तौर पर DG, BCAS ने 21 नवंबर 2022 को सिक्योरिटी क्लीयरेंस दी थी। लेकिन अब DG, BCAS को मिली शक्ति का इस्तेमाल करते हुए, सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सिक्योरिटी क्लीयरेंस तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है। यह फैसला देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।’
सेलेबी ने भारत में 2008 में अपने ऑपरेशन की शुरुआत मुंबई एयरपोर्ट के साथ एक संयुक्त उपक्रम के माध्यम से की थी। इसके बाद कंपनी ने दो बड़ी यूनिट खड़ी कीं – Çelebi Airport Services India Pvt. Ltd., जो ग्राउंड हैंडलिंग का काम देखती है, और Çelebi Delhi Cargo Terminal Management India Pvt. Ltd., जो दिल्ली एयरपोर्ट पर कार्गो टर्मिनल का संचालन करती है। आज कंपनी भारत के 9 एयरपोर्ट्स पर मौजूद है – मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, अहमदाबाद, गोवा (मोपा), और कन्नूर। सभी जगहों पर कंपनी ग्राउंड सर्विसेस और कुछ जगहों पर कार्गो ऑपरेशन संभालती है।
पहलगाम आतंकी हमले के पश्चात तुर्की ने भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था। मई 2025 में जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की, तो रिपोर्ट्स में सामने आया कि पाकिस्तान ने इसमें तुर्की के बनाए ड्रोन इस्तेमाल किए हैं। इसके बाद भारत में सेलेबी के ऑपरेशन को लेकर सुरक्षा चिंता सामने आने लगी थी।