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नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन मॉनसून में सुरक्षा बलों को मिल रही सफळता

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नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे ऑपरेशन मानसून को काफी सफलता मिली है. एक जून से प्रारंभ अभियान के तहत अब तक 11 नक्सली मारे गए हैं. जिन पर कुल मिलाकर 25 लाख का इनाम घोषित किया गया था. मुठभेड़ के दौरान एके 47 सहित कई आधुनिक हथियार व गोला बारूद भी बरामद किया गया है. अभियान के दौरान 64 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं, 94 ने सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के कारण आत्मसमर्पण किया है.

मॉनसून के दौरान जब जंगल में नदी-नाले उफान पर होते हैं, नक्सली सुरक्षित जगहों पर ट्रेनिंग कैंप लगाकर नए लड़ाके तैयार करते हैं और सुरक्षा बलों पर पलटवार का प्रयास करते हैं. हालांकि, इस वर्ष नक्सलियों का हर दांव उलटा पड़ा है. जवान उफनते नदी-नालों को पार कर उनकी मांद में घुस रहे हैं और उनके कैंपों पर हमला कर उन्हें समाप्त कर रहे हैं. नक्सलियों के लिए कोई जगह सुरक्षित नहीं बची है. 28 जुलाई से तीन अगस्त के बीच नक्सली हर साल शहीदी सप्ताह मनाते हैं. इस दौरान गांवों में लोगों को एकत्र कर वह अपने साथियों को श्रद्धांजलि देते हैं और सुरक्षा कर्मियों पर पलटवार करते हैं. इस बार सुरक्षा कर्मियों ने इतना दबाव बढ़ाया कि शहीदी सप्ताह के आयोजन भी नहीं होने दिए. शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सलियों के शहीद स्मारकों को तोड़े गए. नक्सल मोर्चे पर बस्तर में पुलिस की रणनीति बीते कुछ सालों में बहुत बदली है. अब हर मौसम और बेहद विपरीत परिस्थितियों में भी नक्सलियों को दबोचने के लिए जवान जंगल में उतर जाते हैं.

ऑपरेशन मानसून में तेज बहाव वाले नालों को पार कर, कई दिनों तक बिना भोजन कई किमी पैदल सफर कर जवान नक्सलियों की मांद तक पहुंच रहे हैं. ऑपरेशन के दो महीने पूरे होने पर डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा क्षेत्र में पहुंचे. उन्होंने अभियान की समीक्षा की और आइजी सुंदरराज पी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की.

ऑपरेशन मॉनसून के दौरान एक जून से अब तक लगातार सफलता मिली है….

01 जून – कोंडागांव जिले के धनोरा थाना क्षेत्र के भंडारपाल व चेरबेड़ा के बीच जंगल में नक्सल कैंप को घेरा, मुठभेड़ में दो नक्सली ढेर. मौके से एक एसएलआर, एक 303 रायफल, एक देशी 303 रायफल, एक 12 बोर की बंदूक, एक 315 बोर की बंदूक व अन्य सामान मिला. मारे गए नक्सलियों की पहचान आशु कोरसा व अस्मिता के रूप में की गई.

18 जून – बस्तर जिले के दरभा थाना क्षेत्र के चांदमेटा व पयांरभाट के बीच जंगल में नक्सल कैंप पर धावा बोला. एक महिला नक्सली का शव मिला. मौके पर एक एके 47 रायफल, दो पिस्टल, एक भरमार बंदूक, एक 12 बोर की बंदूक व अन्य सामान मिला. मृत नक्सली की पहचान पीएलजीए प्लाटून 24 की सदस्य मंगली के रूप में की गई.

19 जून – नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र के हितुल व कोरवाया के जंगल में मुठभेड़. दो नक्सलियों के शव बरामद. एक .312 बोर की रायफल, एक 315 बोर की रायफल, एक भरमार बंदूक व अन्य सामान मिला. मारे गए नक्सलियों की पहचान मिलिशिया सदस्य सनकू मरकाम व मंगड़ू पोयाम के रूप में की गई.

27 जून – दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम नीलावाया पोरदेम के जंगल में मुठभेड़. एक नक्सली का शव व एक पिस्टल बरामद. मारे गए नक्सली की शिनाख्त संतोष मरकाम के रूप में की गई. वह मलांगीर एरिया कमेटी का सदस्य था.

30 जून – बस्तर जिले के दरभा थाना क्षेत्र के ग्राम एलंगनार के जंगल में मुठभेड़. एक नक्सली का शव बरामद. एक 303 रायफल व अन्य सामान बरामद किया गया. मारे गए नक्सली की शिनाख्त पीएलजीए प्लाटून 26 के डिप्टी कमांडर जोगा के रूप में की गई.

15 जुलाई – दंतेवाड़ा जिले के फरसपाल थाना क्षेत्र के ग्राम ढोलकाल व पेद्दापाल के बीच जंगल में मुठभेड़. तीन नक्सलियों के शव मिले. मौके से एक पिस्टल, एक रिवाल्वर, एक भरमार बंदूक व दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया गया. मारे गए नक्सिलियों की पहचान मिलिशिया कमांडर इन चीफ भैरमगढ़ एरिया कमेटी के सदस्य बिरजू कक्केम, मिलिशिया कंपनी सेक्शन बी कमांडर जग्गू व बेचापाल डाक्टर टीम के कमांडर सुदरू तेलाम के रूप में की गई.

25 जुलाई – सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के ग्राम टेकलपारा पदामगुड़ा व आगुडोंगरी के जंगल के बीच मुठभेड़. एक नक्सली का शव बरामद. एक देशी बंदूक, एक भरमार बंदूक व अन्य सामान मिला. मारे गए नक्सली की शिनाख्त जन मिलिशिया कमांडर कुंजाम भीमा के तौर पर की गई.

ऑपरेशन मॉनसून के लिए सुरक्षा कर्मियों को विशेष तैयारी कराई गई है. जवानों को विषम परिस्थितियों में जंगल में उतरने की ट्रेनिंग व संसाधन मुहैया कराए गए हैं. इस अभियान को भारी सफलता मिल रही है. बस्तर में शांति व विकास सुरक्षा कर्मियों का लक्ष्य है. – सुंदरराज पी, आईजी बस्तर

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