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दिव्य-भव्य होगा श्री बांके बिहारी मंदिर परिसर, पांच एकड़ में बनेगा कॉरिडोर

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मथुरा/नई दिल्ली। श्री बांके बिहारी मंदिर परिसर दिव्य व भव्य होगा। सर्वोच्च न्यायालय से श्री बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को अनुमति मिलने के पश्चात पांच एकड़ में बनने वाले कॉरिडोर के परिसर में एक बार में 10 हजार श्रद्धालु रुक सकेंगे। प्रस्तावित योजना के अनुसार मंदिर के लिए भूमि अधिग्रहण पर करीब ढाई सौ करोड़ और निर्माण पर साढ़े छह सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, परिक्रमा मार्ग स्थित जुगल घाट से गलियारा (कॉरिडोर) का मुख्य प्रवेश द्वार होगा। इसका स्वरूप ऐसा होगा कि उसके अंदर प्रवेश करते ही आराध्य की छवि बाहर से ही दिखाई देगी।

वर्ष 2022 में जब सरकार ने गलियारा का प्रस्ताव तैयार किया था, तब भूमि अधिग्रहण के लिए करीब 210 करोड़ रुपये और निर्माण के लिए 506 करोड़ रुपये का बजट था। लेकिन भूमि का सर्किल रेट बढ़ जाने के कारण अब भूमि की खरीद करीब 250 करोड़ और निर्माण लागत बढ़कर साढ़े छह सौ करोड़ हो जाएगी।

बांके बिहारी मंदिर आने के लिए गलियारे में तीन रास्ते बनाए जाएंगे। एक मुख्य रास्ता जुगल घाट से सीधा मंदिर तक पहुंचेगा। एक रास्ता विद्यापीठ चौराहे से आएगा और तीसरा रास्ता जादौन पार्किंग से आएगा।

मंदिर परिसर में दो तल होंगे, एक निचला तल होगा और एक तल उससे साढ़े तीन मीटर ऊंचा बनाया जाएगा। ठाकुर बांके बिहारी ऊपरी तल पर विराजमान होंगे। हर तल पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।

गलियारा और मंदिर परिसर को कृष्णकालीन वृक्षों से आच्छादित किया जाएगा। यहां की बनावट के हिसाब से बांके बिहारी मंदिर के परिसर को दो हिस्सों में बांटा जा रहा है। निचले तल पर श्रद्धालुओं बैठने के लिए हरे-भरे दो पार्क विकसित किए जा रहे हैं।

परिसर करीब 11 हजार वर्ग मीटर का होगा। यहां पांच हजार मीटर का खुला क्षेत्र होगा। यहां जूता घर, सामान कक्ष, सार्वजनिक सुविधाएं, शिशु देखभाल कक्ष, चिकित्सा सुविधा, विशिष्ट अतिथि कक्ष, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पूजा सामग्री की दुकानें, तीर्थयात्री प्रतीक्षालय के साथ ही कान्हा की लीलाओं से सुसज्जित छायाचित्रों का गलियारा होगा।

बांके बिहारी मंदिर परिसर का ऊपरी तल करीब 10 हजार वर्ग मीटर का होगा। ये निचले तल से साढ़े तीन मीटर ऊंचा होगा। सीढ़ियों के माध्यम से श्रद्धालु ऊपरी तल पर पहुंचेंगे।

ऊपरी तल पर चढ़ते ही सामने ठाकुर बांके बिहारी दिखाई देंगे। यहां करीब नौ सौ मीटर में मंदिर की परिक्रमा के लिए मार्ग विकसित किया जाएगा।

यहां पर करीब आठ सौ वर्गमीटर का कान्हा की लीलाओं के चित्रों से सुसज्जित गलियारा होगा, इसी गलियारे पर श्रद्धालुओं की दर्शन के लिए कतार लगेगी।

वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रस्तावित गलियारा दिव्य और भव्य तो होगा ही, उसमें श्रद्धालुओं के लिए सारी सुविधाएं भी होंगी। यहां गलियारे में पूजा सामग्री की दुकानों से लेकर चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध होगी।

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