करंट टॉपिक्स

दलित नाबालिग कन्या की नृशंस हत्या के खिलाफ एकजुट सिलीगुड़ी

Spread the love

विहिप की हत्यारों को अविलम्ब फांसी और परिजनों को मुआवजा देने की मांग

सिलीगुड़ी. विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र मंत्री अमिया सरकार ने बताया कि तीन दिन पूर्व सिलीगुड़ी में एक हिन्दू दलित नाबालिग लड़की की नृशंस हत्या के तीन-चार दिनों के बाद भी सभी दोषियों की गिरफ्तारी न होने से जनता क्षुब्ध है. और मामले में प्रशासन की निष्क्रियता पर विरोध करने वालों पर क्रूर लाठीचार्ज कर प्रशासन अपने दोषों को छिपाने की कोशिश कर रहा है. प्रशासन ने प्रदर्शनकारीयों पर फर्जी आपराधिक मामले दर्ज किए. इसके उपरांत भी जब वे जमानत लेकर वापस लौट रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया और उन पर लोकतांत्रिक तरीके से चल रहा अपना विरोध प्रदर्शन बंद करने का दबाव डाला. इसके विरोध में आज विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर आयोजित सिलीगुड़ी बंद को सभी स्तरों के लोगों ने व्यापक समर्थन दिया.

विश्व हिन्दू परिषद उत्तर बंगाल इस जघन्य हत्याकांड और पुलिस निष्क्रियता की कड़ी निंदा करता है और निम्नलिखित की मांग करता है –

1). नाबालिग लड़कियों पर अत्याचार और हत्यारों पर फास्ट ट्रक कोर्ट में मुकदमा चलाकर 90 दिन के अंदर फांसी दी जाए.

2). पीड़ित परिवार को सुरक्षा एवं मुआवजा प्रदान किया जाए.

3). सिलीगुड़ी जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में बांग्लादेशियों और अन्य अवैध घुसपैठियों पर लगाम लगाई जाए.

4). शांतिपूर्ण आंदोलन कर लोगों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.

5). बेहतर होगा कि राज्य की महिला मुख्यमंत्री थोड़ी सक्रिय हों ताकि इस प्रकार की घटना दोबारा न हो.

उपरोक्त घटना से पता चलता है कि जब कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दुओं पर हमला किया गया, तो टीएमसी और उसके सहयोगी सेक्युलर ब्रिगेड के नेता और राजनीतिक समूह अंधेरी गुफाओं में छिप गए! ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल में मानवाधिकार शब्द का कोई मूल्य नहीं है. विश्व हिन्दू परिषद की उपरोक्त मांगों के अनुरूप यदि सरकार एवं प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाया तो हिन्दू समाज में पनप रहा असंतोष अत्यंत गंभीर रूप ले सकता है.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *