जयपुर. घुमंतू जाति उत्थान न्यास और डॉ. पंकज सिंह फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को विद्याधर नगर की घुमंतू बस्ती में रोजगार मेला आयोजित किया गया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के घुमंतू कार्य के अखिल भारतीय प्रमुख दुर्गादास जी ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर रोजगार मेले का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा तथा देश की स्वतन्त्रता में घुमंतू समाज का अतुलनीय योगदान है. इन्होंने हर कष्ट सहन किया, अपनी मातृभूमि तक का त्याग कर दिया, लेकिन अपना धर्म और संस्कृति छोड़ना स्वीकार नहीं किया. लेकिन यह दुर्भाग्य है कि देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष बाद भी घुमंतू समाज शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार में बहुत पिछड़ा है. हम विगत कई वर्षों से इनके आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक स्तर को सुधारने के लिए पूरे भारतवर्ष में काम कर रहे हैं. कई जिलों में घुमंतू जाति के छात्रवास बनाए गए हैं, जिनमें शिक्षा और रहना निःशुल्क है. बीकानेर में घुमंतू समाज की कन्याओं के लिए छात्रावास बनाया गया है. अब हम सबको मिलकर घुमंतू जातियों के कल्याण के कार्यों में जुटना है. इसके लिए सभी को आगे आकर योगदान देना चाहिए. घुमंतू कार्य के महानगर संयोजक राकेश शर्मा ने बताया कि करीब 30 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने विभिन्न घुमंतू बस्तियों के लगभग 150 जरुरतमंद युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाते हुए नियुक्ति पत्र सौंपे.
निम्स विश्वविद्यालय के निदेशक और डॉ. पंकज सिंह फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. पंकज सिंह ने कहा कि हम पूरे भाव और सामर्थ्य से घुमंतू समाज की शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के लिए संकल्पित हैं.
इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश्वर शर्मा ने कहा कि निम्स हॉस्पिटल में घुमंतू समाज की महिलाओं का मुफ्त प्रसव करवाया जाता है. लड़की के जन्म पर 11 हजार का चेक दिया जाता है. लड़की की संपूर्ण शिक्षा निम्स हॉस्पिटल की ओर से निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है. अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि अशोक सेन ने स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया.