बकरीद से पूर्व बढ़ती गौ तस्करी पर जताई चिंता
नई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने देश में बढ़ती गौ तस्करी व गौ हत्या की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मांग की कि राज्य सरकारें व स्थानीय पुलिस-प्रशासन इन घटनाओं के विरुद्ध ना सिर्फ कठोर कार्यवाही करे, बल्कि भविष्य में इनकी पुनरावृत्ति रोकने हेतु पूरी संवेदनशीलता के साथ समुचित कदम उठाए.
उन्होंने कहा कि हाल ही में उडीसा के बालेश्वर में, गुजरात के वडोदरा, भरूच व वलसाड में तथा महाराष्ट्र के अमरावती सहित देश के अनेक हिस्सों में बकरीद से ठीक पूर्व विहिप-बजरंगदल कार्यकर्ताओं व अन्य गौ-रक्षकों की मदद से गौवंश को बचाकर प्रकाश में लाया गया. किन्तु इनके अतिरिक्त भी देश के अनेक भागों से गौ-तस्करी की सूचनाएं आए दिन प्राप्त होती रहती हैं. कुछ राज्यों में गौहत्या रोधी कानून लचर हो सकता है, किन्तु अधिकांश में कठोर कानून के बावजूद पुलिस-प्रशासन के लचर रवैये, लापरवाही या मिलीभगत से गौ-हत्यारे व गौ तस्कर सक्रिय हैं. इन क्षेत्रों में गौ-रक्षकों को मजबूरी में अपने प्राण संकट में डालकर सड़कों पर उतरना पड़ता है जो बेहद चिंता जनक है.
उन्होंने कहा कि अनेक बार मुस्लिम उलेमाओं के गौकशी के विरोध में बयानों के बावजूद बकरीद से पूर्व इस प्रकार की घटनाओं में विगत कुछ वर्षों में वृद्धि ही देखने में आई है. इसलिए मुस्लिम समुदाय के विद्वानों, नेताओं व वरिष्ठ लोगों को भी अपने समाज के प्रबोधन हेतु गंभीरता से कदम उठाने चाहिएं. हिन्दू समाज गौरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी कीमत पर हम गौ ह्त्या या गौ-तस्करी नहीं होने देंगे.
उन्होंने मांग की कि सभी राज्य सरकारें, पुलिस-प्रशासन गौ हत्यारों व गौ तस्करों के विरुद्ध कठोरता से स्वत: कार्यवाही करें, जिससे गौ रक्षकों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर ना होना पड़े. उन्होंने यह भी मांग की कि कुछ राज्यों में, बकरीद के अवसर पर, वाहनों में जानवरों को लाने-ले जाने की अधिकतम संख्या में ढील दी जाती है, उसे ना दिया जाए.