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समाज उपयोगी युवा शक्ति – सुयश के कार्यक्रम में सेवा कार्य में जुटे 700 प्रतिभागियों ने की सहभागिता

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नई दिल्ली. दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में सुयश कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम में दिल्ली के करीब 30 स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव रखे. त्रिलोकपुरी दिल्ली में ‘नया रास्ता’ नाम से सामाजिक संगठन चलाने वाली रेणु सिंह ने बताया कि वह 10 वर्षों से पुनर्वास बस्ती में महिला सशक्तिकरण और बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रही हैं. किशोर मंडल और किशोरी मंडल का गठन करके उनका संगठन बच्चों के भीतर संस्कार और सामाजिक सेवा का भाव भी जाग्रत कर रहा है. रेखा पुंडीर ने बताया कि उनका संगठन गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर उन्हें समाज का जिम्मेदार नागरिक बनाने की पहल कर रहा है. बृजपुरी दिल्ली में ‘युवा शक्ति’ के नाम से संगठन चलाने वाले मोहित कुमार ने बताया, दिल्ली में हुए दंगों के बाद उनके क्षेत्र में हिन्दुओं के पलायन की समस्या खड़ी हो गई थी, जिसे उनके संगठन ने रोकने का काम किया. उनका संगठन धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से हिन्दू समुदाय में आत्मविश्वास का संचार करने का काम करता है. ‘छोटी सी आशा’ नाम के संगठन का संचालन करने वाली सुशीला ओम ने बताया कि उनके संगठन ने कोविड के समय लोगों को अस्पताल पहुंचाने से लेकर दवाइयां और भोजन प्रदान करने का काम किया. उनका संगठन श्रमिक वर्ग की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटा है. पंडित हरी ओम ने बताया कि उनका संगठन योग, संगीत, हवन जैसी भारतीय परंपराओं के प्रसार के लिए दिल्ली के गरीब युवाओं के बीच काम कर रहा है. गौतम नगर दिल्ली में ‘ज्वाइंट-टू-गेदर’ नाम से संगठन चलाने वाले अमित कुमार ने बताया कि गरीब मजदूरों के बच्चों को स्कूलों में दाखिले से लेकर उन्हें पाठ्य सामग्री और ड्रेस देकर उनका संगठन गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए जागरूक करने का काम कर रहा है.

‘रसोई ऑन व्हील’ संगठन की प्रमुख मोनिका बधवार ने कहा कि गरीब और अभावग्रस्त बच्चों को पौष्टिक भोजन मुहैया कराने के लिए उनका संगठन कार्यरत है. ‘यूनाइटेड सिक्ख’ संस्था के मुखिया जसपाल सिंह ने बताया कि भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में उनका संगठन लोगों के बीच सेवा का काम कर रहा है. दिल्ली के नत्थूपुरा में ‘राज बाला कोचिंग’ के नाम से संगठन चलाने वाली सविता ने बताया कि उनका संस्थान महिलाओं और बच्चों को फ्री कंप्यूटर शिक्षा देने का काम कर रहा है. अरुण कुशवाह ने बताया कि उनका संगठन ‘संस्कार कर्म फाउंडेशन’ शारीरिक और मानसिक विकास के लिए लोगों के बीच योग सिखाने का काम कर रहा है. दिल्ली के चिल्ला गांव से आए सुनील ढेडा ने बताया कि उनका संगठन गौ माता की सेवा के लिए काम करता है, अभी तक 2 हजार बीमार गायों का उपचार किया है. बीमार पशुओं के इलाज के लिए पशु एंबुलेंस का भी संचालन करता है. डॉ. उर्वशी मित्तल ने कहा कि उनका संगठन बेटियों के विकास के लिए काम करता है. उनकी पढाई, ट्रेनिंग और विवाह के लिए उनका संगठन कार्य कर रहा है.

जनकपुरी दिल्ली से आईं सोनिया ने बताया कि उनका संगठन मजदूरों के बच्चों को शिक्षित करने का काम कर है. उनका प्रयास हैं कि इलाके का कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे. नवादा दिल्ली के सम्यक जैन ने बताया कि ‘पारस सेवा संस्थान’ नाम से उनका संगठन बीमार और घायल पक्षियों का इलाज कर उन्हें मुक्त करने का काम करता है. उनके संगठन ने 5200 से ज्यादा पक्षियों का इलाज कर उन्हें स्वतंत्र हवा में उड़ान भरने के लिए छोड़ा है. वहीं दिल्ली की वंदना वत्स ने बताया कि उनका संगठन ‘आद्य फाउंडेशन’ किन्नर और सेक्स वर्कर समाज के बच्चों को वहां के माहौल से दूर करके उन्हें शिक्षित बना कर पैरों पर खड़ा कर रहा है. दिल्ली में ही दृष्टिहीन बच्चों के लिए काम करने वाले सुनील मिश्र ने बताया कि वह बिना किसी सरकारी मदद के दृष्टिहीन बच्चों को पढ़ा-लिखा कर सक्षम बना रहे हैं, उनके संस्थान से निकले 100 से अधिक दृष्टिहीन बच्चे दिल्ली और केंद्र सरकार की नौकरियों में सेवारत हैं. बदरपुर दिल्ली से कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे सुनील चौटाला ने बताया कि उनका संगठन दिल्ली को हरा भरा बनाने के लिए वृक्षारोपण का काम करता है, वह जन्मदिन और विवाह के अवसर पर लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करते हैं.

सुयश कार्यक्रम में पहुंची दिल्ली की रोशनी रहेजा ने बताया कि उनका संगठन ‘सुखमनी सेवा ऑर्गेनाइजेशन’ दिल्ली के श्मशान घाटों से लावारिस शवों की अस्थियां एकत्र कर उनका गंगा घाट पर जाकर विधिवत संस्कार करने का काम करता है. 18 साल की दीक्षा ध्यानी ने बताया कि उनका संगठन बच्चों के जन्मदिन पर उन्हें केक काटने से रोक कर किसी वृद्धाश्रम में जाकर जन्मदिन मनाने के लिए प्रेरित करता है. कोमल राणा ने बताया कि उनका संगठन श्रमिकों के बच्चों को एकत्र कर उन्हें पढ़ाने का काम करता है और उनके अंदर भारतीय संस्कृति के संस्कार डालने का प्रयास करता है. वहीं पुष्पा कौशिक ने बताया कि स्किल डेवलपमेंट स्कीम के अंतर्गत उनका संगठन महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है. घुमंतू लोहार समुदाय की बेटी सिमरन ने बताया कि आज घुमंतू समाज के बच्चे भी उच्च शिक्षा लेकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं. वह अपने समाज के बच्चों को शिक्षा के लिए जागरूक करने का काम कर रही है.

दिल्ली के मुखर्जी नगर से कार्यक्रम में पहुंचे सुमन कुमार ने बताया कि उनका संगठन दिल्ली के स्लम इलाकों में बच्चों की शिक्षा और पौधारोपण के लिए काम कर रहा है. शास्त्री नगर दिल्ली से कार्यक्रम में पहुंचे चंद्रशेखर ने बताया कि उनका संगठन श्मशान घाटों पर लकड़ी, पानी, विश्राम स्थल, साफ सफाई और व्यवस्था के लिए काम करता है. नजफगढ़ से आए मनोज कुमार ने कहा कि उनका संगठन इलाके में एक वृद्धाश्रम का संचालन करता है, जहां बुजुर्गों को सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध है. कराला दिल्ली से पहुंचे प्रदीप माथुर ने बताया कि उनका संगठन युवाओं को नशा मुक्ति और संस्कार के लिए काम करता है. मंडावली से सुयश कार्यक्रम में पहुंचे पंकज कुमार ने बताया कि उनका संगठन विजय फाउंडेशन स्वच्छता, वृक्षारोपण, नारी सशक्तिकरण और बाल शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है. सुयश कार्यक्रम में पहुंची ‘परम शक्तिपीठ’ की साध्वी सत्यप्रिया ने बताया कि उनका संगठन समाज द्वारा त्यागे गए बच्चों को पढ़ाने और उन्हें देश का अच्छा नागरिक बनाने के लिए काम करता है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रांत कार्यवाह भारत भूषण जी ने कहा कि कोरोना के समय में जिस तरह से संघ के कार्यकर्ताओं ने अपने जीवन की परवाह न करते हुए समाज सेवा का कार्य किया, वह अनुकरणीय है. उन्होंने कहा कि समाज सेवा के लिए हमें सरकार या प्रशासन की तरफ मुंह नहीं ताकना चाहिए, बल्कि स्वयं पहल करके लोगों को राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए. कोरोना काल में  संघ कार्यकर्ताओं ने केवल मानव जाति की सेवा नहीं की, बल्कि पशु-पक्षियों और बेजुबान जानवरों की भी सेवा करके राह दिखाने का काम किया. समाज उपयोगी युवा शक्ति (सुयश) नाम से जो संगठन बना है, वह सामाजिक सेवा, धार्मिक क्रियाकलाप, पर्यावरण गतिविधियां, सेवा बस्तियों में सेवा कार्य जैसे कार्य करने वाले संगठनों के साथ खड़ा है. सुयश के साथ मिलकर सभी सेवा संगठन अगर समाज सेवा का काम करेंगे तो राष्ट्र उन्नति करेगा.

अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित सुयश कार्यक्रम में 818 प्रतिभागियों की अपेक्षा में 707 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. सुयश कार्यक्रम में आए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा जी ने कहा कि सुयश के साथ जुड़े सभी सामाजिक संगठनों के सेवा कार्यों की हर स्तर पर मदद की जाएगी और सेवा कार्यों के माध्यम से समाज को सशक्त बनाया जाएगा.

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