दिल्ली से एक अनजान व्यक्ति ने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर बरेली में अपनी मामी के स्वर्गवास होने की सूचना दी. इसके साथ ही उन्होंने अंत्येष्टि करने में सहयोग मांगा. सहयोग मांगने पर स्वयंसेवकों ने उनसे अंत्येष्टि का समय व स्थान पूछा. जिसके बाद आधा दर्जन स्वयंसेवकों ने सिटी शमशान में अंतिम संस्कार करवा दिया.
दिल्ली से अनजान व्यक्ति का फोन आया बरेली में मेरी मामी जी का स्वर्गवास हो गया है, इस समय मुझे कुछ और ध्यान नहीं तो मैंने इंटरनेट से नंबर लेकर आपको कॉल किया………..
हेल्प लाइन – बहुत दुख की बात है जी, बताइए हम क्या सहयोग कर सकते हैं.
अनजान व्यक्ति – बरेली में मेरे मामा जी अकेले रहते हैं, अंत्येष्टि कराने में कुछ कार्यकर्ता हमारा सहयोग कर देंगे तो बहुत अच्छा हो जाएगा.
हेल्प लाइन – जी, बिल्कुल हम बात करते हैं. किस स्थान पर किस समय अंत्येष्टि करनी है?
अनजान व्यक्ति – 3: 30 बजे सिटी श्मशान बरेली में ही.
हेल्प लाइन – ठीक है जी, हमारे कार्यकर्ता बन्धु पहुच जाएँगे.
अनजान व्यक्ति – बहुत धन्यवाद, आपका सदैव ऋणी रहूँगा. बरेली आकर आपसे जरूर मिलना चाहूंगा.
हेल्प लाइन – जी बिल्कुल. फिलहाल अभी आप अंत्येष्टि की तैयारी कीजिये, अपने मामा जी को सूचना दे दीजिए. हमारे कार्यकर्ता बंधु समय पर पहुंच जाएंगे.