करंट टॉपिक्स

भारत की समृद्ध बौद्धिक विरासत वर्तमान और भविष्य की आवश्यक्ताओं का समाधान – धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली, 09 मार्च। स्वदेशी ज्ञान परंपरा और धारणक्षम विकास पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र...

समरसता हमारी संस्कृति का मूल स्वभाव, विविधता हमारी समृद्ध विरासत की पहचान

सामाजिक समरसता में कला और साहित्य की भूमिका पर आधारित रहा दूसरा दिन बेंगलुरु. "अखिल भारतीय कलासाधक संगम" के दूसरे दिन सामाजिक समरसता निर्माण में...

अयोध्या तोड़ती नहीं जोड़ती है – राजनाथ सिंह

नई दिल्ली. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पूर्व संपादक, पूर्व राज्यसभा सांसद एवं लेखक बलबीर पुंज की पुस्तक ट्रायस्ट विथ अयोध्या: डीकोलोनाइजेसन ऑफ़ इंडिया...

नारी शक्ति संगम – भारतीय चिंतन में महिला और भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका

नई दिल्ली. नारी शक्ति संगम के अंतर्गत “महिला कल, आज और कल” कार्यक्रमों की श्रृंखला में पश्चिमी विभाग दिल्ली का कार्यक्रम रविवार को द्वारका, सेक्टर...

छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘हिंदवी स्वराज यात्रा’

एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में दस हजार छात्र निकालेंगे 5 किमी की 'शोभायात्रा‌' नई दिल्ली. आगामी 7 से 10 दिसंबर तक दिल्ली में प्रस्तावित अखिल...

मीडिया कॉन्क्लेव एवं फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन मीडिया शिक्षक एवं छात्र विषय पर विमर्श

पाँच दिवसीय प्रेरणा विमर्श – 2022 नोएडा. प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, प्रेरणा जन सेवा न्यास और केशव सम्वाद पत्रिका की तरफ से नोएडा के सेक्टर-12...

मूलनिवासी की संकल्पना – वामपंथियों का भारत को खंड-खंड करने का षड्यंत्र

“If there is to be revolution, there must be a revolutionary party” माओ के इस विचार पर आधारित कम्युनिस्ट विचारधारा का सम्पूर्ण क्रान्ति एक प्रमुख...

वामपंथी प्रोपेगेंडा – लड़कियों को छेड़ने वाले ‘हेनरी’ को बना दिया ‘हरि’, हरि को बदनाम करने के लिए मूल कहानी के पात्र को बदला

वामपंथी इतिहासकारों और शिक्षाविदों की भारतीय संस्कृति से घृणा सर्वविदित है. वे हर उस चरित्र का भारतीय रूप देते हैं, जिससे किसी न किसी तरह...

महिला सशक्तिकरण के लिए ‘स्व’ को पहचानकर ‘स्वावलंबी’ बनना आवश्यक – जयंत सहस्रबुद्धे

नई दिल्ली. विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर दिल्ली में ‘शक्ति विज्ञान भारती’ संगठन द्वारा तीन दिवसीस वेबिनार का आयोजन किया...

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 – औपनिवेशिक स्वरूप से भारतीयता की ओर ले जाएगी

डॉ. गीता भट्ट मातृभाषा में शिक्षा देने के महत्व को महात्मा गांधी ने इस प्रकार व्यक्त किया है - "मां के दूध के साथ जो...