करंट टॉपिक्स

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग तीन

गुरु अंगददेव जी, गुरु अमरदास जी, गुरु रामदास जी का महत्वपूर्ण योगदान नरेंद्र सहगल संत शिरोमणि गुरु नानक देव जी महाराज ने भारत की सशस्त्र...

21 फरवरी, अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस – म्हारी बोली, म्हारो गुमान

डॉ. विशाला शर्मा मातृभाषा दिवस पर एक सार्थक पहल करते हुए हम अपने परिवार में बच्चों के साथ अपनी मातृभाषा में बात करें. अपने हस्ताक्षर...

स्वामी श्रद्धानंद जी – स्वराज्य, स्वधर्म व स्वाभिमान हेतु बलिदान महात्मा

विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिन्दू परिषद एडवोकेट मुंशीराम से स्वामी श्रद्धानंद तक की जीवन यात्रा प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद प्रेरणादायी है. स्वामी श्रद्धानंद उन बिरले...

पूर्वोत्तर की समृद्ध साहित्य परंपरा

प्रशांत पोळ हमारे देश के पूर्वोत्तर का क्षेत्र यानि देवी अष्टभुजा के आठ शक्तिशाली हाथ. आठ राज्य. आसाम, मणिपुर, नागालैंड, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और...

हिन्दी को भी चाहिए संक्रमण से मुक्ति

विनोद बंसल किसी राष्ट्र को समझना हो तो उसकी संस्कृति को समझना आवश्यक है. उसकी संस्कृति को समझने हेतु वहां की भाषा का ज्ञान भी आवश्यक...

हम अपनी भाषा से प्रेम करें, और उसे विकृत न होने दें – डॉ. नरेन्द्र कोहली जी

भोपाल (विसंकें). प्रख्यात साहित्यकार डॉ. नरेन्द्र कोहली जी ने कहा कि मातृभाषा हिन्दी के प्रति हीनता का भाव होने के कारण हम प्राचीन ज्ञान विरासत...