करंट टॉपिक्स

याद करें सन् सत्तावन की वह तलवार पुरानी, रोटी और कमल ने लिख दी युग की अमिट कहानी

1770 से लेकर 1857 तक पूरे देश में अंग्रेजों के खिलाफ 235 विद्रोह हुए, जिनका परिपक्व रूप हमें 1857 में दिखाई देता है. 1770 में...

राष्ट्र सेविका समिति का रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर कार्यक्रम

मैं रहूं या न रहूं, भारत ये रहना चाहिए उदयपुर. जिस उम्र में किशोर-किशोरियों का ध्यान पढ़ाई पर होता है, अपने कैरियर की तरफ होता...

‘मर्दानी’ रानी लक्ष्मीबाई की वीरता

झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई 1857 की क्रान्ति की बलिदानी वीरांगना थीं. वीरांगना का जन्म वाराणसी में 19 नवम्बर, 1828 को हुआ था. उनका बचपन का...

संस्कार भारती व सेवा भारती द्वारा नववर्ष अभिनंदन समारोह का आयोजन

नई दिल्ली. "नववर्ष" चैत्र माह शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के अवसर पर संस्कार भारती एवं सेवा भारती दिल्ली प्रान्त द्वारा झंडेवाला मंदिर प्रांगण के डीडीए...

लाखों क्रांतिकारियों के बलिदान का जिक्र तक नहीं

रमेश शर्मा पूरी दुनिया में भारत का अतीत विशिष्ट है. शोध अनुसंधान और सांस्कृतिक विरासत में ही नहीं, अपितु आक्रांताओं के अत्याचार, दासत्व की लंबी अवधि...

वीरांगना, जिसकी प्रशंसा उसके शत्रु भी करते थे

  आसान नहीं होता, एक महिला के लिए एक साम्राज्य के खिलाफ खड़ा हो जाना. आज हम जिस रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धा...

17 जून / बलिदान दिवस – खूब लड़ी मर्दानी वह तो….झांसी वाली रानी थी…

नई दिल्ली. भारत में अंग्रेजी सत्ता के आने के साथ ही गांव-गांव में उनके विरुद्ध विद्रोह होने लगा था, पर व्यक्तिगत या बहुत छोटे स्तर पर...