करंट टॉपिक्स

लोकमंगल और लोकरंजन के लिये लोकसंपृक्त साहित्य रचना की आवश्यकता है – हेमंत मुक्तिबोध

इंदौर। विश्व संवाद केन्द्र मालवा द्वारा आयोजित नर्मदा साहित्य मंथन के चतुर्थ सोपान अहिल्या पर्व का समापन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में हुआ। समापन...

मनुष्यत्व, मुमुक्षत्व और महापुरुष संश्रय के बिना ईश्वर कृपा नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी

नरसिंहपुर (बरमान). माँ नर्मदा की परिक्रमा में निकले महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी ईश्वरानंद जी 'उत्तम स्वामी जी' महाराज व उनके साथ परिक्रमा कर रहे 182 परिक्रमावासियों...