जम्मू. जम्मू संभाग के रियासी जिले में रविवार शाम को आतंकियों ने अचानक तीर्थयात्रियों से भरी एक बस पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे चालक ने बस पर नियंत्रण खो दिया और बस गहरी खाई में गिर गई. घटना में 10 लोगों की मौत हो गई है. बस शिवखौड़ी से वापस कटरा लौट रही थी. घटना के बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में चौकसी बढ़ा दी है.
श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकी हमले को लेकर एक खुलासा हुआ है. हमले में घायल श्रद्धालु ने बताया कि ‘शिवखौड़ी मंदिर में दर्शन करने के बाद वापस कटरा लौट रहे थे. 4-5 किलोमीटर बाद हमारी बस पर अचानक गोलियां चलाई गईं. सेना की वर्दी में मुंह ढंके 2 आतंकियों ने हमारी बस को निशाना बनाया. गोलीबारी के कारण हमारी बस खाई में गिर गई. बस के खाई में गिरने के बाद भी आतंकियों ने गोलीबारी बंद नहीं की’.
जानकारी के अनुसार, आतंकियों द्वारा की गई 20 से 25 राउंड फायरिंग में पहले गोली बस के चालक को लगी. गोली लगते ही चालक ने बस पर नियंत्रण खो दिया, जिससे बस खाई में गिर गई. श्रद्धालु बहुत देर तक खाई में गिरी बस में फंसे हुए थे. घटना स्थल पर कुछ स्थानीय लोग पहुंचे तो उन्होंने घायलों को बस से निकालना शुरू किया. साथ ही पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बल घटना स्थल पर पहुंचे. घायल हुए लोगों को जम्मू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.
फिलहाल, घटना की जांच, पुलिस की सहायता करने और हालात का आकलन करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम भी रियासी पहुंच गई है. NIA की फॉरेंसिक टीम भी साक्ष्य जुटाने में सहयोग कर रही है. उधर, रियासी में पुलिस, SOG, CRPF, सेना के जवानों ने तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. वन क्षेत्र में तलाशी के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है.
संभावना है कि आतंकी जंगलों में छिपे हो सकते हैं. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि रियासी आतंकी हमले में मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे. घायल तीर्थयात्रियों का जम्मू और रियासी के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
आतंकी घात लगाकर हमला करने के बाद जंगल में भाग निकले. जिस जगह पर हमला हुआ है, उसे कंडा कहा जाता है. यह क्षेत्र आतंकियों की मूवमेंट का रूट है.