श्रीनगर. धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही आतंकी हिन्दुओं और गैर कश्मीरियों पर लगातार हमले कर रहे हैं. आतंकियों के हमलों में अनेक बेकसूरों की जान जा चुकी है. स्पष्ट है कि पाकिस्तान पोषित आतंकियों, अलगाववादियों के मंसूबे सफल नहीं हो पा रहे, इसलिए बौखलाहट में आम नागरिकों विशेषकर हिन्दुओं को निशाना बना रहे हैं.
अब नए साल पर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. आतंकियों ने राजौरी से करीब 10 किलोमीटर दूरी पर बसे गांव में हिन्दू परिवारों पर हमला कर दिया. आतंकियों की गोलीबारी में 4 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि करीब 9 लोग बुरी तरह से घायल हो गए. घटना रविवार शाम राजौरी से लगभग 10 किमी दक्षिण में ऊपरी धनगरी के पहाड़ी गांव की है. घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर राम मंदिर बना हुआ है. पुलिस ने बताया कि शाम करीब सवा सात बजे हायर सेकेंड्री स्कूल, डांगरी के पास गोलीबारी की घटना हुई. घायलों को स्थानीयों की सहायता से उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक की देर रात मौत हो गई. चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर महमूद ने कहा, ‘घायलों को हमले में कई गोलियां लगी हैं.’
रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी हमले में एक बात साफ नजर आती है कि उनका निशाना हिन्दू परिवार ही थे. मरने वालों में सतीश कुमार (45), दीपक कुमार (23) और प्रीतम लाल (57) शामिल हैं, जबकि अस्पताल में मरने वाले की पहचान अभी नहीं हो पाई है. वहीं घायलों में शिशु पाल (32), पवन कुमार (38), रोहित पंडित (27), सरोज बाला (35), रिधम शर्मा (17) और पवन कुमार (32) शामिल हैं. गंभीर रूप से घायल लोगों को जम्मू ले जाया गया है. हत्याओं के विरोध में सोमवार को कई सामाजिक संगठनों ने राजौरी जिला बंद का आह्वान भी किया.
सिधरा एनकाउंटर के बाद जताया गया था शक
हाल ही में, सिधरा एनकाउंटर के बाद खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई थी कि आतंकी नए साल पर घाटी में नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकते हैं. सिधरा में ट्रक के जरिए दाखिल हुए आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था. एनकाउंटर में चार पाकिस्तानी आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था. ये चारों फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर के ट्रक में सवार होकर जा रहे थे. सुरक्षाबलों को मिली जानकारी के बाद जब इन लोगों को रोकने की कोशिश की गई तो आतंकियों ने सरेंडर के बजाय गोलीबारी करना शुरू कर दिया. जिसकी जवाबी कार्रवाई में चारों पाकिस्तानी आतंकी मारे गए. इस घटना के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि आतंकी नए साल और 26 जनवरी को दहशत फैलाने के प्रयास में हैं.