सेवा भारती ने रोहतक में भी शुरु किया स्वदेशी लड़ी निर्माण का कार्य
रोहतक (विसंकें). सेवा भारती रोहतक ने स्वदेशी की ओर कदम बढ़ाते हुए स्वदेशी लड़ी बनाने के कार्य का शुभारंभ किया. स्वदेशी लड़ी बनाने का कार्य वंचित समाज की महिलाओं द्वारा किया जाएगा. इन महिलाओं को सेवा भारती द्वारा करनाल में प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया गया है. इन लड़ियों की खास बात यह है कि यह पूर्णत स्वदेशी हैं और इनमें कहीं भी चाइनीज़ सामान का प्रयोग नहीं किया गया है. कार्य को प्रारम्भ करने से पहले यज्ञ का आयोजन किया गया. स्वामी डॉक्टर परमानंद महाराज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह सीता राम व्यास, प्रांत कार्यवाह सुभाष आहूजा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे.
क्षेत्र कार्यवाह सीता राम व्यास ने सेवा भारती की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वदेशी लड़ियों के प्रयोग से देश आत्मनिर्भरता की तरफ तो बढ़ेगा ही, साथ में भारत की उत्पादकता और अर्थव्यवस्था बढ़ेगी व जरुरतमंदों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे. देश के आत्मनिर्भर बनने से हम देश विरोधी ताकतों को मुंह तोड़ जवाब दे सकेंगे. इससे भारत फिर से विश्व गुरु बनने की तरफ अग्रसर होगा. प्रांत कार्यवाह सुभाष आहूजा ने बताया कि ऐसे 15 और प्रकल्प हरियाणा प्रांत में चल रहे हैं. सेवा भारती, सेवा के क्षेत्र में एक और सराहनीय कार्य की शुरुआत कर रहा है. उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि जो लोग बॉर्डर पर जाकर देश सेवा नहीं कर सकते, अब वह स्वदेशी को बढ़ावा देकर देश सेवा करने के साथ-साथ अपने देश के वीर सैनिकों के हाथ मजबूत करने का काम करेंगे. स्वदेशी को बढ़ावा देकर हम देश विरोधी ताकतों की अर्थव्यवस्था पर चोट कर उनकी कमर तोड़ने का काम करेंगे. डॉक्टर स्वामी परमानंद ने कहा कि सेवाभाव से किया गया प्रकल्प हमेशा कामयाब होता है. उनका जन सेवा आश्रम भी इस कार्य को आश्रम में शुरू करेगा.