प्रयागराज। प्रयागराज महाकुम्भ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पुण्य त्रिवेणी के जल की डुबकी से कोई छूट न जाए, सभी की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रदेश सरकार उन तक पवित्र जल पहुंचा रही है, जो किसी कारण से महाकुम्भ नहीं पहुंच सके। सरकार ने निर्देश पर अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग ने जिम्मेदारी संभाली है।
पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए देश और दुनिया भर से 66 करोड़ 33 लाख लोग त्रिवेणी के तट पर पहुंचे। इसके अलावा जेल में बंद बंदियों की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए पहली बार जेल के अंदर ही त्रिवेणी के पुण्य जल से स्नान का अवसर मिला। प्रदेश की जेलों में बंद 90 हजार से अधिक कैदियों और बंदियों को अवसर प्रदान करने के बाद अब प्रदेश में एक नई पहल की है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को त्रिवेणी संगम में अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग की तरफ से हुई।
महाकुम्भ के मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने कहा कि शासन के निर्देश पर प्रदेश के 75 जिलों से महाकुम्भ आई दमकल का पानी खाली कराकर संगम के पवित्र जल को भरकर सभी जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है। महाकुम्भ आने से वंचित रह गए लोग पुण्य स्नान का लाभ प्राप्त कर सकेंगे। 300 अधिक से दमकल प्रदेश के विभिन्न जिलों से मंगाई गई थी। इन सभी की जल धारण क्षमता अलग अलग है, लेकिन लगभग 5000 लीटर पानी एक दमकल में आता है। ऐसे में 5 लाख लीटर से अधिक संगम का जल दमकल के माध्यम से भेजा जा रहा है। विभिन्न जनपदों के जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कर जिला प्रशासन महाकुम्भ आने से वंचित रह गए लोगों तक उपलब्ध कराएगा।