भोपाल. भारत भवन में आयोजित चित्र भारती के ऐप लोकार्पण के अवसर पर फिल्म फेस्टिवल की आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी, प्रख्यात अभिनेता पवन मल्होत्रा और जनसंपर्क आयुक्त सुदाम खाडे, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वास सारंग उपस्थित रहे.
भोपाल में 18 से 20 फरवरी, 2022 को आयोजित होने जा रहे ‘चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फ़िल्म फेस्टिवल’ के निमित्त ‘Chitra Bharati App’ के लोकार्पण अवसर पर जब ‘राम जी की निकली सवारी’ गीत गाया गया, तो सभी झूम उठे…
जब बात श्रीराम की हो तो सारी सभा झूम ही उठती है…
भोपाल में 18 से 20 फरवरी, 2022 को आयोजित होने जा रहे 'चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फ़िल्म फेस्टिवल' के निमित्त 'Chitra Bharati App' के लोकार्पण अवसर पर भारत भवन में 'राम जी की निकली सवारी' गीत गाया गया, तो सभी झूम उठे… #cbff2022 pic.twitter.com/xTcjNUt7hZ
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) December 21, 2021
भारतीय चित्र साधना के महासचिव अतुल गंगवार ने बताया कि 18 से 20 फरवरी, 2022 को भोपाल में होने जा रहे चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्म उत्सव के लिए देशभर से 600 से अधिक शार्ट फ़िल्में प्राप्त हो चुकी हैं. चित्र भारती के माध्यम से फ़िल्म के क्षेत्र में नई ऊर्जा के साथ युवाओं को लाने का प्रयास किया जा रहा है. फेस्टिवल में देश के बड़े फ़िल्म कलाकारों एवं फ़िल्म निर्माताओं से मिलने का अवसर मिलेगा.
फिल्म फेस्टिवल की सम्पूर्ण जानकारी ‘चित्र भारती ऐप’ पर
समारोह में लोकार्पित चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल से सम्बंधित ऐप की जानकारी देते हुए चाणक्य शुक्ला ने कहा कि चित्र भारती का यह ऐप नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है. यह ऐप एंड्राइड और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम वाले मोबाइल फोन पर उपयोग किया जा सकेगा. इस ऐप पर फिल्म फेस्टिवल की सम्पूर्ण जानकारी रहेगी. ऐप के माध्यम से प्रतिभागी मास्टर क्लास, फिल्मों की स्क्रीनिंग, कार्यक्रम स्थलों की जानकारी, अभ्यागत फ़िल्म अभिनेताओं, कलाकारों और विषय विशेषज्ञों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही ऐप पर पंजीयन कर फ़िल्म फेस्टिवल के वॉलंटियर बन सकते हैं. ऐप के माध्यम से प्रतिभागी विभिन्न कार्यक्रमों के संबंध में अपना फीडबैक दे भी सकते हैं और फेस्टिवल के सम्बन्ध में अपनी स्टोरी शेयर कर सकते हैं.
विशिष्ट अतिथि एवं फिल्म अभिनेता पवन मल्होत्रा ने कहा, आप मुंबई आकर देखिये कि छोटे शहरों/कस्बों की लड़कियां और लड़के शो चला रहे हैं. सिनेमा जगत के महत्वपूर्ण कार्य इसी तरह के नौजवान कर रहे हैं. अपनी प्रतिभा को पहचानें, अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं. शॉर्ट फिल्म में निर्माता को बहुत सीमित समय में अपनी बात कहनी होती है. सिनेमा के माध्यम से संस्कृति संवर्धन की बात करते हुए मल्होत्रा ने कहा कि हमारी संस्कृति नहीं बचेगी तो हम भी नहीं बचेंगे. इसलिए अपनी संस्कृति को बचाएं और उसका संवर्धन करें. हमारी संस्कृति विज्ञान सम्मत है. ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’ गीत की इस पंक्ति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. जो देश हमें सौंपा गया, उसके लिए हम क्या कर रहे हैं?
मध्यप्रदेश को लेकर भारतीय सिनेमा में पैदा हो रहा नया विश्वास
कार्यक्रम के अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी ने कहा कि मध्यप्रदेश और भोपाल को लेकर भारतीय सिनेमा में एक नया विश्वास पैदा हो रहा है. बड़े फ़िल्म निर्देशक मध्यप्रदेश में अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए आ रहे हैं. चित्र भारती के इस प्रतिष्ठित फिल्मोत्सव से भोपाल सहित समूचे मध्यप्रदेश को देश में एक नई पहचान मिलेगी. जो अपने अतीत से जुड़ा रहता है, उसका वर्तमान और भविष्य स्वर्णिम रहता है. कार्यक्रम के पूर्व में स्वागत उद्बोधन जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाडे ने दिया. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में फ़िल्म निर्माण का वातावरण बन रहा है. राष्ट्रीय स्तर का यह आयोजन मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है.
राष्ट्रीय विचार और भाव की स्थापना के लिए काम कर रही है ‘चित्र भारती’
भारतीय चित्र साधना के प्रतिष्ठित ‘चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्मोत्सव-2022 (सीबीएफएफ-2022)’ के ऐप के लोकार्पण समारोह में मध्यप्रदेश शासन के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि चित्र भारती राष्ट्रीय विचार और भाव को लेकर चल रही है. सिनेमा में भारतीय विचार को प्राथमिकता मिले, यह आज की आवश्यकता है. इस दौर में फ़िल्मी जगत की जो स्थिति बनी है, उसमें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल जैसे आयोजनों की आवश्यकता है.
सिनेमा समाज को सिर्फ उसकी स्थिति ही नहीं बताता है, बल्कि समाज को कैसा होना चाहिए, यह भी बताता है. समाज को दिशा देना ही सिनेमा की सार्थकता है. फिल्मों से जुड़े व्यक्ति को यह विचार करना चाहिए कि उसका व्यक्तित्व ऐसा हो जो युवा पीढ़ी को सही मार्ग पर लेकर जाए क्योंकि युवा फ़िल्म कलाकारों से प्रेरणा लेते हैं.
देश और समाज हित में ओटीटी प्लेटफार्म पर नियंत्रण आवश्यक
चित्र भारती के ऐप लोकार्पण के अवसर पर ‘भारतीय सिनेमा, इन्टरनेट, ओटीटी- भविष्य की दिशा’ विषय पर परिसंवाद का भी आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रखर श्रीवास्तव ने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म का सहारा लेकर एक विचारधारा भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्रीयता की जड़ें खोदने का काम कर रही है. जब हम वर्तमान को नहीं देखेंगे, उसे सुधरेंगे नहीं तो भविष्य की चिंता कैसे करेंगे. भविष्य को सुधारना है, तो आवश्यक है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नियंत्रण लगाया जाए. उन्होंने कहा कि नियंत्रण अभिव्यक्ति और रचनात्मक स्वतंत्रता को बाधित नहीं करता है. नियंत्रण एक हद तक अनुशासन भी बनाता है. रचनात्मक अभिव्यक्ति के नाम पर वेब सीरीज के माध्यम से भारत विरोधी विचार को आगे बढ़ाया जा रहा है. वेब सीरिज की शुरुआत ही झूठ से होती है. ये बताती हैं कि यह कहानी काल्पनिक है, लेकिन ये तत्कालीन घटनाओं को आधार बनाती हैं और उस घटना के सच को छिपाकर, एक विशेष प्रकार के झूठ को गढ़ा जाता है. उन्होंने फैमिली मैन, पाताललोक, तांडव और लैला से लेकर कई वेबसीरिज के उदाहरण देकर बताया कि कैसे चालाकी के साथ हिन्दू धर्म और भारतीयता के विचार पर हमला किया जा रहा है.